भूलें अब इतवार
अब तो होना चाहिए, विद्यालय में वास।
विद्यालय को छोड़कर, लेना मुश्किल सांस।।
लेना मुश्किल सांस,यही है अब सच्चाई।
भूलें अब इतवार,करें धारण अच्छाई।।
रहें सभी तैयार, भले हो कोई छुट्टी।
लें जीवन आनंद, औ. पीयें जीवन घुट्टी।।
✍️जटाशंकर”जटा”