Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

“भावनाएँ”

“भावनाएँ”
उसूलों के दरख़्त
गिर जाते हैं
भावनाओं के तूफान में,
तीर भी तो
अटकी रह जाती
कभी-कभी कमान में।

1 Like · 1 Comment · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
Desert fellow Rakesh
जाति बनाम जातिवाद।
जाति बनाम जातिवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मजबूर हूँ यह रस्म निभा नहीं पाऊंगा
मजबूर हूँ यह रस्म निभा नहीं पाऊंगा
gurudeenverma198
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Dr Parveen Thakur
-- प्यार --
-- प्यार --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
*ओले (बाल कविता)*
*ओले (बाल कविता)*
Ravi Prakash
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
Manisha Manjari
विचार
विचार
Godambari Negi
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
पंकज कुमार कर्ण
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रिशतों का उचित मुल्य 🌹🌹❤️🙏❤️
रिशतों का उचित मुल्य 🌹🌹❤️🙏❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
मेघ गोरे हुए साँवरे
मेघ गोरे हुए साँवरे
Dr Archana Gupta
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
विपक्ष जो बांटे
विपक्ष जो बांटे
*Author प्रणय प्रभात*
मन से भी तेज ( 3 of 25)
मन से भी तेज ( 3 of 25)
Kshma Urmila
2648.पूर्णिका
2648.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#विषय --रक्षा बंधन
#विषय --रक्षा बंधन
rekha mohan
💐प्रेम कौतुक-558💐
💐प्रेम कौतुक-558💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ
मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ
VINOD CHAUHAN
चुभते शूल.......
चुभते शूल.......
Kavita Chouhan
ख़ुश-फ़हमी
ख़ुश-फ़हमी
Fuzail Sardhanvi
शिखर ब्रह्म पर सबका हक है
शिखर ब्रह्म पर सबका हक है
मनोज कर्ण
फूल तो फूल होते हैं
फूल तो फूल होते हैं
Neeraj Agarwal
Loading...