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2 Apr 2024 · 1 min read

बदनसीब डायरी

एक बदनसीब डायरी
जिस पर कभी
लिखा ही नहीं गया
सालों से,
आई नहीं कभी वह
उजालों में।

लेकिन
वह कोरी भी नहीं,
मगर
छुअन झेली भी नहीं।

पहले ही पन्ने पर
इबारत है अधूरी,
पता नहीं
वह भी कब होगी पूरी?

डॉ किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
बेस्ट पोएट ऑफ दि ईयर।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 29 Views
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