Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2023 · 1 min read

*दूर देश से आती राखी (हिंदी गजल)*

दूर देश से आती राखी (हिंदी गजल)
_________________________
(1)
दूर देश से आती राखी
ढेरों खुशियाँ लाती राखी
(2)
बहन नहीं आई है तो क्या
बहना-सी बतियाती राखी
(3)
खोल लिफाफा जब देखा तो
मुझे देख मुस्काती राखी
(4)
बसी बहन की खुशबू इसमें
मैके को महकाती राखी
(5)
भाई और बहन का रिश्ता
ताजा फिर कर जाती राखी
(6)
कहने को धागा मामूली
पर अनमोल कहाती राखी
( 7)
खुशकिस्मत हैं भाई जिनको
बहना है भिजवाती राखी
(8)
एक एलबम बचपन वाली
जब आती खुलवाती राखी
________________________
रचयिता: रवि प्रकाश
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

500 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
Mujhe laga tha irade majbut hai mere ,
Mujhe laga tha irade majbut hai mere ,
Sakshi Tripathi
*ऐसी हो दिवाली*
*ऐसी हो दिवाली*
Dushyant Kumar
हँसकर गुजारी
हँसकर गुजारी
Bodhisatva kastooriya
ग़रीब
ग़रीब
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
पल
पल
Sangeeta Beniwal
~~तीन~~
~~तीन~~
Dr. Vaishali Verma
Sometimes you shut up not
Sometimes you shut up not
Vandana maurya
प्रेम.....
प्रेम.....
हिमांशु Kulshrestha
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
विद्यादायिनी माँ
विद्यादायिनी माँ
Mamta Rani
चिकने घड़े
चिकने घड़े
ओनिका सेतिया 'अनु '
ॐ
Prakash Chandra
एक कतरा प्यार
एक कतरा प्यार
Srishty Bansal
वो आये और देख कर जाने लगे
वो आये और देख कर जाने लगे
Surinder blackpen
ह्रदय की स्थिति की
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
जिसमें सच का बल भरा ,कहाँ सताती आँच(कुंडलिया)
जिसमें सच का बल भरा ,कहाँ सताती आँच(कुंडलिया)
Ravi Prakash
एक अबोध बालक
एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वाचाल सरपत
वाचाल सरपत
आनन्द मिश्र
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Being with and believe with, are two pillars of relationships
Being with and believe with, are two pillars of relationships
Sanjay ' शून्य'
3224.*पूर्णिका*
3224.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"लक्ष्मण-रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
shabina. Naaz
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
इंडिया में का बा ?
इंडिया में का बा ?
Shekhar Chandra Mitra
कौन है जो तुम्हारी किस्मत में लिखी हुई है
कौन है जो तुम्हारी किस्मत में लिखी हुई है
कवि दीपक बवेजा
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
Dr MusafiR BaithA
Loading...