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24 Jan 2024 · 1 min read

ह्रदय की स्थिति की

जीवन से जैसे कोई
जब रूठने लगे ।
धैर्य जब साथ न दे
मन टूटने लगे ।।

हृदय की स्थिति की
पीड़ा न पूछिये ।
हाथों से डोरी प्रीत की
जब छूटने लगे ।।

प्रतीत होंगी तुझको
तुझमें भी मैं कहीं ।
मुझको मेरी तरह से
जो तू सोचने लगे ।।

जीवन में मैं पुनः
न स्मरण करूं तुझे।
बस एक विचार से ही
मन डूबने लगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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