तो मेरे साथ चलो।
इन सुनहरे उजालों के साये बनने, तो कई चले आएंगे,
जो तुम अंधेरों में भी हमसाया बन सको, तो मेरे साथ चलो।
बातों का क्या है, बातें तो ख़त्म हो जाएंगी,
जो तुम मेरी खामोशियाँ बाँट सको, तो मेरे साथ चलो।
खुशियों के सौदागर, सपनों की बारिशें ले आएंगे,
जो तुम ग़मों के कारवां का ठहराव बन सको, तो मेरे साथ चलो।
बिख़रे टुकड़ों में मुलाक़ातें, तो कई हो जाएंगी,
जो तुम जन्मों तक थाम सको ये हाथ, तो मेरे साथ चलो।
सुंदरता के प्रतिबिम्ब को, नज़रों में तो सब चढ़ाएंगे,
जो तुम बंद आँखों से मन को साध सको, तो मेरे साथ चलो।
दुआएं तो कई लबों पर, मेरा नाम लेकर आएँगी,
जो तुम बन के टूटता तारा, दुआएं बाँट सको, तो मेरे साथ चलो।
तलाश में अमृत के, मेरे दर पर कई आ जाएंगे,
जो तुम मेरे विष को आत्मसात करो, तो मेरे साथ चलो।
झूठे वादों की ईमारतें, तो कई सजा दी जाएंगी,
जो तुम शाश्वत इरादों की बहती नाव बन सको, तो मेरे साथ चलो।
कई अजनबी चेहरे अपनेपन का, स्वांग रचा कर प्रभावित कर जाएंगे,
जो तुम बिखरे शीशे में खोयी, मेरी खुद की तलाश बन सको, तो मेरे साथ चलो।
मेरे शब्दों की व्यर्थता तो, समझ में साफ़ आ जाएगी,
जो तुम वाक्यों के मध्य छिपे, मेरे मौन की पुकार सुन सको, तो मेरे साथ चलो।