तंबाकू मुक्त जीवन की शुरुआत करें ।
तम्बाकू मुक्त जीवन की शुरूआत करें
तम्बाकू से करीब 60 लाख व्यक्तियों की मृत्यु होती है, जिस में से 6 लाख वे व्यक्ति है, जो धुम्रपान नही करते है, परन्तु धुम्रपान करने वाले व्यक्तियों के साथ रहते है। सोचिये यह कितना घातक दृश्य है, इस कारण तम्बाकू न केवल प्रतिबन्धित होना चाहिये बल्कि तम्बाकू उत्पाद पर भी उच्च टैक्स निर्धारण करना चाहिये। जिससे यह नशीला पदार्थ जनसाधरण की पहुच से दूर हो सके ।
तम्बाकू निकोटिन पौधे की ताजी पत्त्तीयों का मुख्य उत्पाद है यह उत्पाद धर्मिक उत्सवो में अपने योगदान के लिये प्रसिद्ध है, ।
तम्बाकू मूल रूप से अमेरिका का उत्पादहै ।
मेडिकल शोध यह प्रमाणित करते है, कि तम्बाकू का प्रयोग कई बीमारियों का कारण है।
1-हार्ट अटैक 2-स्ट्रोक 3-क्रोनिक आब्सट्रक्टिव पलमोनरी डिसीस अथवा श्वसन सम्बन्धी बीमारियां 4- एम्फाइजमा 5-कैंसर जैसे -1-मुख कैंसर 2-फेफड़े का कैसर 3-महिलाओं में योनि का कैसंर।
तम्बाकू का प्रयोग – तम्बाकू कई प्रकार से प्रयोग किया जाता हैै
1-सिगरेट एवं सिगार में 2-हथेली में रगड कर खाने में 3- बीडी में प्रयोंग 4- पाइप्स या हुक्का में 5– तम्बाकू चबाने में 6–सुघनी के रूप में 7 – क्रीमी सुघनी के रूप में 8- – दांतो के पेस्ट के रूप में, जिसमें तम्बाकू लौंग का तेल, ग्लीसरिन, मैंथेाल, कपूर इत्यादि पदार्थ होते है 9–गुटखा के रूप में जिसमें तम्बाकू चूने कत्थे सुपारी का मिश्रण होता है।
धुम्रपान निषेध का प्रतीक चिन्ह-तम्बाकू का प्रतीक चिन्ह घातक एवं भयानक बीमारियों के रोकथाम एवं चैतावनी हेतु उत्पादो पर प्रकाशित किये जाते रहे ह,ै जिनका जन मानस पर प्रभाव पडता है।
1-स्वच्छ एस-ट्रे गुलदस्ते के रूप में 2- स्वच्छ एस-ट्रे शरीर के विभिन्न अंगो के छाया चित्र सहित जैसे छतिग्रस्त हदय, फेफडे। 3- धुम्र पान से परहेज के प्रतीक चिन्ह। 4- मृत्यु के प्रतीक चिन्ह जसे कब्रिस्तान , खोपडी सिग्रेट सहित 5-तम्बाकू जनित बीमारियों के प्रतीक चिन्ह ।
समस्त प्रतीक चिन्ह पोस्टरर्स के रूप में इन्टरनेट साइटस पर ब्लाॅग्स के रूप में, कपडों पर, सार्वजनिक ट्रासपोर्ट वाहनो ंपर प्रदर्शित किये जातंे है।
तम्बाकू के धुऐं में रासायनिक पदार्थ – तम्बाकू के धुऐं में 7 हजार हानिकारक रासायनिक पदार्थ मिश्रित होते है, जो शरीर के अन्दर भीतरी ऊतकों एवं अगांे को नुकसान पहुचाते है।
शरीर प्रत्येक धुम्रपान के पश्चात सुरक्षा चक्र प्रारम्भ करता है। अन्ततः अंगो को पहुची हाानि बीमारियों को जन्म देती है, उपरोक्त हानिकारक रासायन श्वसन के द्वारा फेफडो में पहुचतंे है, फेफडों से रक्त मे होते हुये विभिन्न अ्रंगो में पहुचते है।
स्ट्रेस का प्रभाव -संक्रमण से लड़ने एव कैंसर से लड़ने में स्ट्रेस या तनाव सभी अंगों को कमजोर एवं प्रभावित करता है। अतः तनाव मुक्त रहे।
धुम्रपान से तात्कालिक हानियां-1- आकस्मिक रूप से रक्त का थक्का बनने लगता है इससे हदयाधात,, पक्षाघात की शुरूआत हो सकती है। 2- शरीर को स्वस्थ्य होने में बहुत समय लगता है
अधिक समय तक धुम्रपान अधिक खतरनाक होता है-
1- विषैले रसायन त्वचा को चोट एवं हानि पहुचा सकते है। 2-धुम्रपान से इम्यूनिटी या प्रतिरोधक क्षमता को आवश्यकता से अधिक कार्य करना पडता है।
रोक थाम -यदि आप 20 वर्ष से अधिक समय तक धुम्रपान कर रहे है, तो यह आपके लिये अधिक हानिकारक है यदि आप 30 वर्ष की उम्र में धुम्रपान छोडते है तो आपका स्वास्थ्य वैसे ही हो सकता है जैसे की धुम्रपान न करने वाले व्यक्ति का होता है, अतः धुम्रपान से परहेज कर स्वास्थ्य लाभ कीजिये ।
फिल्टर्ड सिगरेट उतनी ही घातक होती है जितनी की अन्य सामान्य सिगरेट। अतः कम्पनियों की बातो में न आये ।
करीब 4 हजार युवा प्रथम बार धुम्रपान करते है करीब 1.5 करोड युवा प्रति वर्ष धुम्रपान करते है।
आप धुम्रपान की आदत को पराजित कर सकते है- 1- प्रथम दिन धूम्रपान छोडने पर असामान्य महसूस होता है। यह लक्षण 3 हफते तक रह सकते है अतः धैर्य रखे। 2- जब धुम्रपान की आवश्यकता महसूस हो-उठे, काफी पियें या मित्रों के साथ घूमने निकल जायें ।
धुम्रपान की लत भी छोडी जा सकती है। 1- आप एक पैक प्रतिदिन छोडना शुरू करे तो आप रू0 1,20,000/- प्रति वर्ष बचत कर सकते है इससे भ्रमण या कार का डाउन पैमेट भी कर सकते है । 2- प्रत्येक सिगरेट कैसर के खतरे को बढ़ाता है। सिगरेट छोडने के पांच वर्ष के अन्दर कैंसर जैसे- मुख, गले ,भोजन नली मूत्राश्य के कैसर की सम्भावना आधी हो जाती है।
सैंकेन्ड हैड धुम्रपान- तम्बाकू का धुआं किसी को भी हानि पहुचा सकता है। यह रक्त में थक्का बनने की प्रक्रिया को शुरू कर सकता है जिससे हदयाघात, पक्षाघात हो सकता है ।
धुम्रपान से परहेज या मुक्ति आपका जीवन बचा सकती है।-एक वर्ष पूर्व धुम्रपान छोडने पर हदयाघात की सम्भावना कम हो जाती है ।
दो से पांच वर्ष पूर्व छोड़ने पर पक्षाघात की सम्भावना न के बराबर हो जाती है।
प्रसवावस्था के दौरान- धुम्रपान करने से स्वस्थ्य बच्चे के जन्म की सम्भावना कम हो जाती है। धुम्रपान घाव को भरने में देरी करता है एवं बांझपन को भी बढाता है, यह जन्म जात विकृत या गर्भपात को भी बढाता है
नवजात अविकसित बच्चे के प्रसव की सम्भावना अधिक होती है। बच्चे की गर्भ में मृत्यु भी हो सकती है।
मधुमेह- धुम्रपान करने वाले व्यक्ति का ब्लड सुगर, अपैक्षाकृत नियंत्रित नही होता है, अतः यह गम्भीर विकृतियों को जन्म देता है । जैसे-1 हदय सम्बन्घी रोग 2- वृद्धों के नेत्रों में रेटिनोपैथी 3- पैरीफैरल न्यूरोपैथी 4- एम्पुटेशन 5- किडनी सम्बन्धी रोग ।
इसका अर्थ यह कि उचित समय आ गया है, कि धुम्रपान छोड़े , कोई भी व्यक्ति आपका धुम्रपान नही छुडवा सकता है, एवं कोई भी व्यक्ति आपके लिये ये नही कर सकता है । यह सिर्फ आप कर सकते है यद्यपि आप वर्षो से धुम्रपान कर रहे हों तब भी आप धुम्रपान सदैव के लिये छोड सकते है।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है।
डा.प्रवीण कुमारश्रीवास्तव
वरिष्ठ परामर्श दाता (पैथोलोजिस्ट )
जिला चिकित्सालय –सीतापु