Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

due to some reason or excuses we keep busy in our life but

due to some reason or excuses we keep busy in our life but make sure you work for dream or bette life in your busy life becuase

your life is your massge to the world
make sure massge should be inspiring

dream it work hard for it and achive it
without make excuse about life, situation , time, state of mind, resources or other things।

पाने वाले मोको और संसाधन पर केंद्रित होते है
ना पाने वाले बहानों पर ।

419 Views

You may also like these posts

मिलने वाले कभी मिलेंगें
मिलने वाले कभी मिलेंगें
Shweta Soni
ना जा रे बेटा ना जा
ना जा रे बेटा ना जा
Baldev Chauhan
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
Raju Gajbhiye
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हिंदुत्व - जीवन का आधार
हिंदुत्व - जीवन का आधार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
3. Showers
3. Showers
Santosh Khanna (world record holder)
आधार निर्माण का कार्य ईश्वर उसी व्यक्ति  को देते हैं, जिसका
आधार निर्माण का कार्य ईश्वर उसी व्यक्ति को देते हैं, जिसका
Sanjay ' शून्य'
दोहा पंचक. . . . जीवन
दोहा पंचक. . . . जीवन
sushil sarna
गर्मी और नानी का घर
गर्मी और नानी का घर
अमित
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
खुदा का नाम बदनाम कर दिया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
महेश चन्द्र त्रिपाठी
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
माँ
माँ
Dr. Vaishali Verma
बाद मुद्दत के
बाद मुद्दत के
Meenakshi Bhatnagar
देते हैं जो मशविरा
देते हैं जो मशविरा
RAMESH SHARMA
मुक्तक
मुक्तक
अवध किशोर 'अवधू'
.........,
.........,
शेखर सिंह
" बिछुड़ना "
Dr. Kishan tandon kranti
2996.*पूर्णिका*
2996.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्वयं के परिचय की कुछ पंक्तियां
स्वयं के परिचय की कुछ पंक्तियां
Abhishek Soni
बस! नामी रिश्ता दोस्ती का
बस! नामी रिश्ता दोस्ती का
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*बचपन*
*बचपन*
Dushyant Kumar
" The Beauty"
राकेश चौरसिया
"मुश्किलों का आदी हो गया हूँ ll
पूर्वार्थ
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
■ त्रिवेणी धाम : हरि और हर का मिलन स्थल
■ त्रिवेणी धाम : हरि और हर का मिलन स्थल
*प्रणय*
बेटियाँ
बेटियाँ
Dr Archana Gupta
श्रम-यज्ञ
श्रम-यज्ञ
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
तुम मिले भी तो, ऐसे मक़ाम पे मिले,
तुम मिले भी तो, ऐसे मक़ाम पे मिले,
Shreedhar
Loading...