Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2024 · 1 min read

*तू भी जनता मैं भी जनता*

लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री
विषय आप और आपका मतदान
भाषा हिंदी
शीर्षक तुम भी जनता मैं भी जनता

विद्या काव्य लेखन

तुम भी जनता मैं भी जनता
नाम कहीं न आयेगा

तेरी मेरी कौन सुनेगा तुरंत निकाला जायेगा।
तेरी मेरी औकात क्या ।

मानव नरमुंडों बिखरे पड़े हैं हर जगह, फिर तेरी मेरी बात क्या ।

झूठा वादा किया जाएगा डेमोक्रेसी के उत्सव में।

काम निकल जाएगा तो दुत्कारा तू ही जायेगा उत्सव में।

सेलीब्रेट करेंगी सभी पार्टी भर कर जाम पर जाम लगाएंगे,
उस सफ़लता के उत्सव में।

जिक्र तुम्हारा कहीं न होगा उस आनन्द के उत्सव में।

दूध की मक्खी कान पे मच्छर जैसा दुत्कारा तू जायेगा।

तुम भी जनता मैं भी जनता* जनता ही रह जायेगा,
नाम कहीं न आयेगा।

नेता घूमें बड़ी बड़ी गाड़ी में एयरकंडीशन जिसमें होता है,

गर्मी सर्दी वर्षा धूप के मौसम का इंतज़ाम सभी ही रहता है।

तेरी मेरी बात समझ ले कोई नहीं दोहराएगा।

दूध की मक्खी कान पे मच्छर जैसा दुत्कारा तू जायेगा।

सेलीब्रेट करेंगी सभी पार्टी भर कर जाम पर जाम लगाएंगे,
उस सफ़लता के उत्सव में।

जिक्र तुम्हारा कहीं न होगा उस आनन्द के उत्सव में।

जय जय कार होएगी सबकी आंखें खोल के चलना भाईयो
दुत्कारा तू जायेगा।

तुम भी जनता मैं भी जनता जनता ही रह जायेगा इस उत्सव में।

सेलीब्रेट करेंगी सभी पार्टी भर कर जाम पर जाम लगाएंगे,
उस सफ़लता के उत्सव में।

जिक्र तुम्हारा कहीं न होगा उस आनन्द के उत्सव में।

🙌🩷🙌

134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

आँख का तारा होना अच्छा ,बीच भवर में सोना अच्छा
आँख का तारा होना अच्छा ,बीच भवर में सोना अच्छा
दीपक बवेजा सरल
ई हवे मिलन तेवहार
ई हवे मिलन तेवहार
आकाश महेशपुरी
वक्त की रेत
वक्त की रेत
Surinder blackpen
सब्र
सब्र
विशाल शुक्ल
3030.*पूर्णिका*
3030.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमसे दिल लगाकर तो देखो
हमसे दिल लगाकर तो देखो
Jyoti Roshni
World Environmental Day
World Environmental Day
Tushar Jagawat
विक्रमादित्य के 'नवरत्न'
विक्रमादित्य के 'नवरत्न'
Indu Singh
नैन सोम रस ग्लास
नैन सोम रस ग्लास
RAMESH SHARMA
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
..
..
*प्रणय प्रभात*
देवता कुल के राक्षस
देवता कुल के राक्षस
Arun Prasad
यादों के झरोखे से
यादों के झरोखे से
Usha Gupta
सांसों का साज
सांसों का साज
Akash RC Sharma
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
keotaixiu789 com
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
*जो खान-पान में चूक गया, वह जीवन भर पछताएगा (राधेश्यामी छंद
*जो खान-पान में चूक गया, वह जीवन भर पछताएगा (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
"बस्तर की जीवन रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
पलकों में शबाब रखता हूँ।
पलकों में शबाब रखता हूँ।
sushil sarna
चुप रहना भी तो एक हल है।
चुप रहना भी तो एक हल है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अभिलाषाएं नव जीवन की
अभिलाषाएं नव जीवन की
Shweta Soni
पिता का ऋण गीत
पिता का ऋण गीत
Manoj Shrivastava
हमारा सुकून:अपना गाँव
हमारा सुकून:अपना गाँव
Sunny kumar kabira
संग और साथ
संग और साथ
पूर्वार्थ
क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (Is there a solution to all the problems in Srimad Bhagavad Gita?)
क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (Is there a solution to all the problems in Srimad Bhagavad Gita?)
Acharya Shilak Ram
मेरी जिंदगी की दास्ताँ ।
मेरी जिंदगी की दास्ताँ ।
manorath maharaj
सख्त बनो
सख्त बनो
Dheerja Sharma
मेरा एक ख्वाब था जो अब हुआ  धूमिल
मेरा एक ख्वाब था जो अब हुआ धूमिल
कविराज नमन तन्हा
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
दिवस पुराने भेजो...
दिवस पुराने भेजो...
Vivek Pandey
Loading...