Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2022 · 1 min read

टूटे सपने बिखरे अरमान

222 222 221 2
**********************
**टूटे सपने बिखरे अरमान**
***********************

टूटे सपने बिखरे अरमान है,
बस मेरे बाकी ये सामान है।

सहता रहता हूँ मैं अंधेर को,
जीवन जैसे होता गुमनाम है।

कंगाली – लाचारी हो दीनता,
आत्मा बेशक मेरी धनवान है।

बिस्तर पर सोया भाग्य हार है,
हद से ज्यादा भारी नुकसान है।

मनसीरत छोड़ो पागल लोग हैं,
कुदरत तो आखिर मेहरबान है।
************************
सुखविंदर सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

103 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
2358.पूर्णिका
2358.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मां
मां
Ankita Patel
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
*आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा, रामपुर (उत्तर प्रदेश
*आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा, रामपुर (उत्तर प्रदेश
Ravi Prakash
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
हरिगीतिका छंद
हरिगीतिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
"अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।
Mukul Koushik
🙅आम चुनाव🙅
🙅आम चुनाव🙅
*Author प्रणय प्रभात*
गैर का होकर जिया
गैर का होकर जिया
Dr. Sunita Singh
खुश है हम आज क्यों
खुश है हम आज क्यों
gurudeenverma198
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
विषय सूची
विषय सूची
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सोचता हूँ  ऐ ज़िन्दगी  तुझको
सोचता हूँ ऐ ज़िन्दगी तुझको
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीत मुश्किल नहीं
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
VINOD CHAUHAN
धरती माँ ने भेज दी
धरती माँ ने भेज दी
Dr Manju Saini
मोहब्बत
मोहब्बत
Shriyansh Gupta
अभी अभी तो इक मिसरा बना था,
अभी अभी तो इक मिसरा बना था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
सौतियाडाह
सौतियाडाह
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
........,?
........,?
शेखर सिंह
Loading...