Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2023 · 1 min read

2358.पूर्णिका

2358.पूर्णिका
🌷बात हमारी मान गए 🌷
22 22 22 2
बात हमारी मान गए ।
हसरत सारी जान गए ।।
मिलके कदम बढ़ेगा अब ।
चौड़ा सीना तान गए ।।
फूल खिलेंगे महकेंगे ।
मिट सारे व्यवधान गए ।।
यूं गम भूले देख खुशी ।
दुनिया क्या पहचान गए ।।
मंजिल कदमों में खेदू ।
करते हम कुरबान गए ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
26-6-2023सोमवार

356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने को अपना बना कर रखना जितना कठिन है उतना ही सहज है दूसरों
अपने को अपना बना कर रखना जितना कठिन है उतना ही सहज है दूसरों
Paras Nath Jha
🙅अचरज काहे का...?
🙅अचरज काहे का...?
*Author प्रणय प्रभात*
ख़राब आदमी
ख़राब आदमी
Dr MusafiR BaithA
"व्यक्ति जब अपने अंदर छिपी हुई शक्तियों के स्रोत को जान लेता
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Success rule
Success rule
Naresh Kumar Jangir
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
फलक भी रो रहा है ज़मीं की पुकार से
Mahesh Tiwari 'Ayan'
उफ़ ये अदा
उफ़ ये अदा
Surinder blackpen
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अमीरों का देश
अमीरों का देश
Ram Babu Mandal
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
Sarfaraz Ahmed Aasee
दोहा- मीन-मेख
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वक़्त गुज़रे तो
वक़्त गुज़रे तो
Dr fauzia Naseem shad
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
দারিদ্রতা ,রঙ্গভেদ ,
দারিদ্রতা ,রঙ্গভেদ ,
DrLakshman Jha Parimal
संघर्ष....... जीवन
संघर्ष....... जीवन
Neeraj Agarwal
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
क्या सोचूं मैं तेरे बारे में
क्या सोचूं मैं तेरे बारे में
gurudeenverma198
तुम नि:शब्द साग़र से हो ,
तुम नि:शब्द साग़र से हो ,
Stuti tiwari
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll
सुकूं आता है,नहीं मुझको अब है संभलना ll
गुप्तरत्न
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)
काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-230💐
💐प्रेम कौतुक-230💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
कवि रमेशराज
"कयामत का नशा"
Dr. Kishan tandon kranti
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
Loading...