Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 1 min read

संघर्ष……. जीवन

शीर्षक – संघर्ष…… जीवन
**************
जीवन और जिंदगी संघर्ष हैं।
हम और तुम मानवता संग हैं।
सच और सोच ही हमारे मन हैं।
न रूक न तक बस हम सब हैं।
न कोई अपना न पराया होता हैं।
रंगमंच के किरदार पर हम होते हैं।
समय किरदार सभी अपने निभाते हैं।
सुख दुःख रोना हंसना भी जरूरी हैं।
कुदरत के साथ हम सभी रहते हैं।
सोच समझ बस हमारी रहती हैं।
हमारे संघर्ष और ईमानदारी कहतीं हैं।
हां बस यही आज और कल बरसों रहता हैं।
कल न आता बस आज में जीवन चलता हैं।
****************************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
49 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
Radhakishan R. Mundhra
रात के सितारे
रात के सितारे
Neeraj Agarwal
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
Umender kumar
फेसबुक
फेसबुक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सुविचार
सुविचार
Sanjeev Kumar mishra
जख्म भरता है इसी बहाने से
जख्म भरता है इसी बहाने से
Anil Mishra Prahari
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गौरी सुत नंदन
गौरी सुत नंदन
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
#प्रेरक_प्रसंग-
#प्रेरक_प्रसंग-
*Author प्रणय प्रभात*
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
थोथा चना
थोथा चना
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ना जाने क्यों तुम,
ना जाने क्यों तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
इस छोर से.....
इस छोर से.....
Shiva Awasthi
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
इजाज़त है तुम्हें दिल मेरा अब तोड़ जाने की ।
Phool gufran
दासी
दासी
Bodhisatva kastooriya
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
*हमारे घर आईं देवी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*हमारे घर आईं देवी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
Shivam Sharma
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
.......
.......
शेखर सिंह
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
"स्टिंग ऑपरेशन"
Dr. Kishan tandon kranti
सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।
सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
दिखावा कि कुछ हुआ ही नहीं
दिखावा कि कुछ हुआ ही नहीं
पूर्वार्थ
Loading...