ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
उनका शौक़ हैं मोहब्बत के अल्फ़ाज़ पढ़ना !
माँ ही हैं संसार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
*** रेत समंदर के....!!! ***
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
*कड़वा बोल न बोलिए, कड़वी कहें न बात【कुंडलिया】*
किसी का खौफ नहीं, मन में..
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है