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26 Apr 2023 · 1 min read

काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)

काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ (कुंडलिया)
_______________________________
काया अच्छी चल रही ,दया तुम्हारी नाथ
सिर पर रखना नेह का ,हरदम अपना हाथ
हरदम अपना हाथ , रोग से हमें बचाना
नहीं काल का नाच ,भयंकर प्रभो नचाना
कहते रवि कविराय ,स्वर्ण-चाँदी सब माया
असली धन है स्वास्थ्य ,निरोगी सुंदर काया
🟨🟨🟨🟨🟨🟨🟨🟨🟨🟨
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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