Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dheerja Sharma
13 Followers
Follow
Report Content
24 Dec 2023 · 1 min read
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
कि कुछ भी नहीं था मेरे पास
मेरे सिवाय।
धीरजा शर्मा
Tag:
Quote Writer
Like
Share
126 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dheerja Sharma
View all
लम्हें ख़र्च हो गए
Dheerja Sharma
You may also like:
पेड़ से कौन बाते करता है ?
Buddha Prakash
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लोगबाग जो संग गायेंगे होली में
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
Manisha Manjari
"गहराई में बसी है"
Dr. Kishan tandon kranti
■ आज का विचार।।
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
AVINASH (Avi...) MEHRA
किस्मत की टुकड़ियाँ रुकीं थीं जिस रस्ते पर
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
कृष्णकांत गुर्जर
हर हक़ीक़त को
Dr fauzia Naseem shad
हंस के 2019 वर्ष-अंत में आए दलित विशेषांकों का एक मुआयना / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिस मुश्किल का यार कोई हल नहीं है
कवि दीपक बवेजा
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
कविता - "करवा चौथ का उपहार"
Anand Sharma
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
छोड़कर साथ हमसफ़र का,
Gouri tiwari
बंद पंछी
लक्ष्मी सिंह
।।सावन म वैशाख नजर आवत हे।।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
प्यार ना होते हुए भी प्यार हो ही जाता हैं
Jitendra Chhonkar
कलयुगी धृतराष्ट्र
Dr Parveen Thakur
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
इतिहास
श्याम सिंह बिष्ट
खूब उड़ रही तितलियां
surenderpal vaidya
ना कुछ जवाब देती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
पिता
Harendra Kumar
जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का,
Umender kumar
Loading...