जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
मेरी ख़्वाहिशों में बहुत दम है
मुस्कुरा ना सका आखिरी लम्हों में
23/207. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
होता सब चाहे रहे , बाहर में प्रतिकूल (कुंडलियां)
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
- एक दिन उनको मेरा प्यार जरूर याद आएगा -
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।