Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 2 min read

कविता – “करवा चौथ का उपहार”

कविता – “करवा चौथ का उपहार”
आनंद शर्मा

करवा चौथ का दिन,
सुबह सवेरे
पति ने पत्नी को जगाया
अप्रत्याशित प्रेम के वार से
पत्नी की नींद को भगाया
और अपने मन की बात से
गृहलक्ष्मी को अवगत कराया
प्रिय..इच्छा है मेरी
अपनी किंचित कमाई का
एक बड़ा हिस्सा
आज तुम पर वार दूँ।
अपना अदृश्य प्यार
तुम पर निसार दूं
तुम ही बताओ
आज मैं तुम्हे क्या उपहार दूँ ?
समस्या विकट थी
एक दम निकट थी
दिन भर भूखा रहने की टेंशन
फिर सुबह-सुबह
ये उपहार बॉम्ब
पत्नी हड़बड़ाई
थोड़ी सकपकाई
फिर जल्द ही
कुटिल मुस्कान मुसकाई
हीरे की अंगूठी दिला दो।
प्रेम की भावपूर्ण अभिव्यक्ति का
ये बाज़ारवाद युक्त जवाब था
अपनी लूज बॉल पर
पत्नी के निर्दयी छक्के से
पति लाजवाब था।
उसने खुद को संभाला
अगली बॉल,
गुगली बना के डाला
हीरा तो पत्थर है
उसका क्या लेना ।
तो नेकलेस दिला दो
अगली बॉल पर
एक और छक्का
पति था हक्का बक्का
प्रिय तुम भी क्या
धातु व पत्थर पर अड़ी हो
इस बेकार की सांसारिक
वस्तुओं में फंसी पड़ी हो
जीवन के वास्तविक
आनंद को पहचानो
मेरी मानो, आस पास की
किसी जगह को जानो
घूमने का घूमना
ज्ञान का ज्ञान
पति को इस आउट स्विंगर
पर था पूरा गुमान
उसे लगा बन गया काम
तो ठीक है स्विट्ज़रलैंड ले चलो
एक और सिक्सर
सुबह सवेरे के प्यार के
इज़हार को
पति कोस रहा था
महंगाई और बाज़ारवाद के
इस दौर में खुद की पत्नी को भी
आई लव यू कहना
खतरे से खाली नहीं।
यही सब सोच रहा था
खुद के फैलाए रायते को
अब समेटना था
बिखरती पारी को अब
लपेटना था
पति ने अंतिम ओवर की
अंतिम बॉल डाली
सभी आर्थिक गणनाओं को
एक तरफ रख
ये बात कह डाली
अच्छा बताओ कब चलना है
पत्नी मुस्कुराई
धीमे से उठकर पति के
आलिंगन में आई
बोली आप ही मेरी जिंदगी
का असली हीरा हैं
आप ही मेरे विश्व भ्रमण के
आनंद का ज़खीरा हैं।
मिडिल क्लास फैमिली में
बहती खुशियों का
यही राज़ है
एक को दूसरे से जीतने पर
नाज़ है।
और दूसरे को खुद से
हारने पर नाज़ है।

आनंद शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
#अनंत_की_यात्रा_पर
#अनंत_की_यात्रा_पर
*Author प्रणय प्रभात*
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
💐प्रेम कौतुक-330💐
💐प्रेम कौतुक-330💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"जोकर"
Dr. Kishan tandon kranti
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अगर
अगर
Shweta Soni
क्यों मुश्किलों का
क्यों मुश्किलों का
Dr fauzia Naseem shad
रोटी से फूले नहीं, मानव हो या मूस
रोटी से फूले नहीं, मानव हो या मूस
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*
*"आज फिर जरूरत है तेरी"*
Shashi kala vyas
वो ख्वाब
वो ख्वाब
Mahender Singh
" तुम्हारे संग रहना है "
DrLakshman Jha Parimal
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
मैं घाट तू धारा…
मैं घाट तू धारा…
Rekha Drolia
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
आर.एस. 'प्रीतम'
कर्त्तव्य
कर्त्तव्य
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पिता संघर्ष की मूरत
पिता संघर्ष की मूरत
Rajni kapoor
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
Raju Gajbhiye
गुलामी की ट्रेनिंग
गुलामी की ट्रेनिंग
Shekhar Chandra Mitra
श्रृंगारिक दोहे
श्रृंगारिक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
2703.*पूर्णिका*
2703.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Ek jindagi ke sapne hajar,
Ek jindagi ke sapne hajar,
Sakshi Tripathi
साया
साया
Harminder Kaur
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
Kanchan Khanna
Loading...