Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2023 · 1 min read

जगमगाती चाँदनी है इस शहर में

जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
खूबसूरत यामिनी है इस शहर में

सर्द मौसम है,बिछा यादों का कोहरा
धूप लेकिन गुनगुनी है इस शहर में
डूब जाएगा ये दिल मदहोश होकर
इक नशीली रागिनी है इस शहर में

किस तरह कोई बचेगा बारिशों से
हर घटा ही सावनी है इस शहर में
देखकर रुख बादलों का लग रहा है
अब हवा भी अनमनी है इस शहर में

हम छुपायें किस तरह जज़्बात अपने
हर नज़र ही छावनी है इस शहर में
दो बदन इक प्राण हों हर दोस्ती के
नींव ऐसी डालनी है इस शहर में

बस तुम्ही तुम दीखते हो हर जगह पर
हर फ़िजां मनभावनी है इस शहर में
‘अर्चना’अब किस तरह जी पाएंगे हम
मौत की चादर तनी है इस शहर में
डॉ अर्चना गुप्ता

6 Likes · 3 Comments · 501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिन्दी के हित
हिन्दी के हित
surenderpal vaidya
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
Harminder Kaur
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
Anil chobisa
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
Punam Pande
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
23/121.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/121.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आस्था
आस्था
Neeraj Agarwal
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
विचार , हिंदी शायरी
विचार , हिंदी शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
Suryakant Dwivedi
दिल जानता है दिल की व्यथा क्या है
दिल जानता है दिल की व्यथा क्या है
कवि दीपक बवेजा
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
जय लगन कुमार हैप्पी
*शबरी (कुंडलिया)*
*शबरी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हिन्दी दोहा बिषय -हिंदी
हिन्दी दोहा बिषय -हिंदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नया साल लेके आए
नया साल लेके आए
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपना भी एक घर होता,
अपना भी एक घर होता,
Shweta Soni
मरीचिका
मरीचिका
लक्ष्मी सिंह
मैं पढ़ता हूं
मैं पढ़ता हूं
डॉ० रोहित कौशिक
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
यूं ना कर बर्बाद पानी को
यूं ना कर बर्बाद पानी को
Ranjeet kumar patre
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
"पल-पल है विराट"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...