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2 May 2024 · 1 min read

अतीत

तुम जो आए जिन्दगी मे.
सोचा न था प्रीत हो जाएगी!

जिन्दगी झँझावतो सी गर्म थी,
सोचा न था शीत हो जाएगी!!

गद्य और पद्य मे ही डूबा रहा,
सोचा न था गीत हो जाएगी!!

जिन उसूलो को तोडता रहा,
सोचा न था वो रीत हो जाएगी!!
C
उम्र के इस पडाव पर आ गया,
सोचा न था अतीत हो जाएगी!!

बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट,कवि,पत्रकार
202,नीरव निकुजं,फेस-2.सिकंदराआगरा-282007
मो:9412443093

Language: Hindi
1 Like · 19 Views
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