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2 Jun 2024 · 1 min read

“चाँद का टुकड़ा”

“चाँद का टुकड़ा”
चेहरा जैसे चाँद का टुकड़ा
हुस्न बड़े नायाब,
जैसे मय के प्याले कोई
छलकता बे-हिसाब।

2 Likes · 2 Comments · 28 Views
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