Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2023 · 1 min read

क्यों छोड़ गए तन्हा

बात शिव की याद आएगी कभी
रूह तेरी भी पिघल जायेगी कभी
माना है नहीं आज तुझे कद्र मेरी
ये बेरुख़ी तेरी तुझे सताएगी कभी

क्या कमी लगी मेरे प्यार में तुम्हें
क्या मुझे तुम इतना बताओगे कभी
फिर न होंगे हम आसपास तेरे
जब तुझे भी याद मेरी आएगी कभी

छोड़कर चला जायेगा एक दिन
क्यों तुमने ये कहा नहीं कभी
कैसे जीयूंगा मैं तुम्हारे बिना अब
मैं तो तेरे बिन रहा नहीं कभी

दिखाकर ख़्वाब जन्नत के किसी को
कोई ऐसे भूल जाता नहीं कभी
वादा करके साथ निभाने का उम्रभर
कोई अपनों को रुलाता नहीं कभी

क्या सोचते हो तुम क्या नहीं
लेकिन याद मुझे करते नहीं कभी
जीये थे जो हमने मिलकर साथ जो पल
क्या उन्हें भी याद करते नहीं कभी

तुमने मेरे दिल का हाल जानने की
क्या दिल से कोशिश भी की कभी
भूलना तो फितरत है बेवफ़ाई की
क्या तुम्हें मेरी याद आई नहीं कभी

मासूम दिल को जब तोड़ जाता है कोई
दर्द उसका फिर जाता नहीं कभी
इंतज़ार करते रह जाते हैं जिसका
मिलन का पल वो फिर आता नहीं कभी।

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 1141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी नजरो में बसी हो तुम काजल की तरह।
मेरी नजरो में बसी हो तुम काजल की तरह।
Rj Anand Prajapati
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
न कोई जगत से कलाकार जाता
न कोई जगत से कलाकार जाता
आकाश महेशपुरी
प्रथम गणेशोत्सव
प्रथम गणेशोत्सव
Raju Gajbhiye
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
पिया - मिलन
पिया - मिलन
Kanchan Khanna
प्रेम की लीला
प्रेम की लीला
Surinder blackpen
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है
औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
Sonam Puneet Dubey
खुशी की खुशी
खुशी की खुशी
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
..
..
*प्रणय प्रभात*
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
कवि रमेशराज
देख तुम्हें जीती थीं अँखियाँ....
देख तुम्हें जीती थीं अँखियाँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुन लिया करो दिल की आवाज को,
सुन लिया करो दिल की आवाज को,
Manisha Wandhare
ठूँठ ......
ठूँठ ......
sushil sarna
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हिन्दी सूरज नील गगन का
हिन्दी सूरज नील गगन का
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सास खोल देहली फाइल
सास खोल देहली फाइल
नूरफातिमा खातून नूरी
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
पूर्वार्थ
🙏गजानन चले आओ🙏
🙏गजानन चले आओ🙏
SPK Sachin Lodhi
कालः  परिवर्तनीय:
कालः परिवर्तनीय:
Bhupendra Rawat
व्यर्थ है कल्पना
व्यर्थ है कल्पना
manjula chauhan
"बेल"
Dr. Kishan tandon kranti
Dekho Bander bantta
Dekho Bander bantta
विनोद सिल्ला
चांदनी न मानती।
चांदनी न मानती।
Kuldeep mishra (KD)
Loading...