कभी मज़बूत नहीं होते
रिश्ते वही कमज़ोर होते हैं
जहाँ उम्मीदें वाबस्ता होती हैं
और उम्मीदों पर टिके रिश्ते
कभी मज़बूत नहीं होते।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
रिश्ते वही कमज़ोर होते हैं
जहाँ उम्मीदें वाबस्ता होती हैं
और उम्मीदों पर टिके रिश्ते
कभी मज़बूत नहीं होते।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद