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7 Dec 2024 · 1 min read

Solitary Seat

Every
moment
Eagerly awaits
Meeting
With you
Who keeps
Rushing
Around
Chasing
Shadows
And
Mirages

Letting
The moment
Wait for
You
Endlessly
On that
Solitary
Seat

When
Would you
Pause
Stop
Sit and
End the
Wait to
Be with
The moment?

© Meenakshi Madhur

Language: English
Tag: Poem
32 Views

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