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27 Feb 2023 · 1 min read

डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।

अपनी बेबाकी के कारण, नहीं जगत को भाता हूँ।
जबतक ताल मिलाए कोई, बस तबतक ही गाता हूँ।
अपने जीवन-गाथा का है, गीत और संगीत यही।
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।।

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