Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2024 · 1 min read

मैंने उसे जुदा कर दिया

मेरा था ही नहीं वो कभी,
मैंने उसे जुदा कर दिया।

ए दिल तू कहता है कि
मैंने कोई गुनाह कर दिया।

खुद के ही फैसले से खुद को ,
तबाह कर दिया।

छोटी छोटी खुशियां कैद थी,
उन्हें भी आज रिहा कर दिया।

मत पूछो मुझसे मेरे दोस्त,
कि हाय ये मैंने क्या कर दिया।

1 Like · 66 Views

You may also like these posts

पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
Sanjay ' शून्य'
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
कहो कैसे वहाँ हो तुम
कहो कैसे वहाँ हो तुम
gurudeenverma198
हिरनी जैसी जब चले ,
हिरनी जैसी जब चले ,
sushil sarna
कई बात अभी बाकी है
कई बात अभी बाकी है
Aman Sinha
एक खबर है गुमशुदा होने की,
एक खबर है गुमशुदा होने की,
Kanchan Alok Malu
विरह वेदना फूल तितली
विरह वेदना फूल तितली
SATPAL CHAUHAN
◆आज की बात◆
◆आज की बात◆
*प्रणय*
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
Dr Archana Gupta
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
इंतज़ार करने की लत
इंतज़ार करने की लत
Chitra Bisht
मां बाप
मां बाप
Mukesh Kumar Sonkar
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
Shweta Soni
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
कुछ याद बन
कुछ याद बन
Dr fauzia Naseem shad
4518.*पूर्णिका*
4518.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"विचारों की उड़ान" (Flight of Thoughts):
Dhananjay Kumar
चाँद - डी के निवातिया
चाँद - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
धुंध इतनी की खुद के
धुंध इतनी की खुद के
Atul "Krishn"
" शक "
Dr. Kishan tandon kranti
आप्रवासी उवाच
आप्रवासी उवाच
Nitin Kulkarni
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
श्याम सांवरा
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार भाग-2
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार भाग-2
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मेंहदी
मेंहदी
लक्ष्मी सिंह
कुंडलिया
कुंडलिया
अवध किशोर 'अवधू'
पिछले पन्ने भाग 1
पिछले पन्ने भाग 1
Paras Nath Jha
* साथ जब बढ़ना हमें है *
* साथ जब बढ़ना हमें है *
surenderpal vaidya
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
Ravi Prakash
Loading...