अबला नारी
अबला नारी मां बहन बेटी खास रिश्ते नाते है।
बुआ मौसी चाची ताई आज लुप्त हो रहे रिश्ते हैं।
हां अबला नारी आज जेट विमान उड़ा रही हैं।
दुनिया को अबला नारी कौशल अपना बता रही हैं।
इतिहास के पन्नों में गाथा इस युग में बना रही हैं।
अबला नारी जिंदगी के रंगमंच में आज भी कह रही है।
पौरुष के पुरुष को भी सहयोग समझौते दे रही हैं।
सच अबला नारी मानव को एक नया जन्म दे रही हैं।
अबला नारी कोख में आज भी जिन्दा मर रही हैं।
चाहत इश्क मोहब्बत के झूठ फरेब सह रही हैं।
अबला नारी को सम्मान और समझदारी बढ़ रही हैं।
सशक्त महिला सुरक्षित बचपन अबला नारी जी रही है।
सच समझे अब हम सब अबला नारी जाग रही हैं।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान चला रही हैं।
अबला नारी सफल सबल और राजनीति कर रही हैं।
समय के साथ साथ-साथ अबला नारी बदल रही हैं।
सच तो कड़वा और कठोर नीरज कविता लिख रहें हैं।
अबला नारी आज के युग में आधुनिकता समझ रही है।
आज भी अबला नारी पुरुष से कंधा मिला कर चल रही हैं।
नये युग में अबला नारी सफल सबल और सशक्त बन रही हैं।
……………..अबला नारी आज बदल रही हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र