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6 Apr 2024 · 1 min read

” अंधेरी रातें “

” अंधेरी रातें ”
रास्ते कहांँ दिखते हैं, अंंधेरी रातों में ।
जुगनू को भी लाइट जलाना पड़ता है ,
मंजिल तक जाने में।
……✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी

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