शुभ को छोड़ लाभ पर
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शुभ को छोड़ लाभ पर
है लोभ का ध्यान,
छल-छद्म ले उड़े अब
कामयाबियाँ तमाम।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
शुभ को छोड़ लाभ पर
है लोभ का ध्यान,
छल-छद्म ले उड़े अब
कामयाबियाँ तमाम।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति