अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
💐प्रेम कौतुक-493💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
दिल की धड़कन भी तुम सदा भी हो । हो मेरे साथ तुम जुदा भी हो ।
तनाव ना कुछ कर पाने या ना कुछ पाने की जनतोजहत का नही है ज्य
प्रेम एकता भाईचारा, अपने लक्ष्य महान हैँ (मुक्तक)
जिनकी बातों मे दम हुआ करता है
"इफ़्तिताह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
अपने आसपास "काम करने" वालों की कद्र करना सीखें...
वस्रों से सुशोभित करते तन को, पर चरित्र की शोभा रास ना आये।
अफ़सोस का बीज
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है