Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

“UG की महिमा”

उठि कै तड़के भोर से,
रहे प्याज खुदवाय।
मस्त मगन मन झूमि कै,
खुरपी रहे चलाय।।

धीरे-धीरे करि जतन,
साबुत प्याज निराय।
खोदि बाल्टी भरि लिहे,
लेहु तनिक सुस्ताय।।

प्रेम दिवानी शायरा,
तुरतहिं मैसेज पाय।
गुमटी पै जल्दी मिलौ,
रहे चाय बनवाय।।

नोस्टैल्जिक हम ह्वै रहे,
याद बुलाकी आय।
वाहू की मशहूर थी,
अदरक वाली चाय।।

UG की महिमा अनत,
बरबस मन हरषाय।
जियरा धक-धक ह्वै रह्यौ,
इँजन साँस चलाय।।

कछु राँझा कछु हीर की,
देहौँ कथा सुनाय।
उरहिँ तराने छिड़ि रहे,
जोइ-सोइ कछु गाय।।

धन्य प्रीत की रीत जग,
फिरि फिरि मन कौ भाय।
सोई”आशा”, फिरि जगी,
केतो मन बिसराय..!

##———##——–##–

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all

You may also like these posts

” सपनों में एक राजकुमार आता था “
” सपनों में एक राजकुमार आता था “
ज्योति
बार -बार कहता दिल एक बात
बार -बार कहता दिल एक बात
goutam shaw
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
***क्या है उनकी मजबूरियाँ***
***क्या है उनकी मजबूरियाँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राह दिखा दो मेरे भगवन
राह दिखा दो मेरे भगवन
Buddha Prakash
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
sp51 युग के हर दौर में
sp51 युग के हर दौर में
Manoj Shrivastava
लाल बहादुर
लाल बहादुर
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
वर्तमान चोर संत कबीर।
वर्तमान चोर संत कबीर।
Acharya Rama Nand Mandal
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
4886.*पूर्णिका*
4886.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झूठी मुस्कुराहटें
झूठी मुस्कुराहटें
Krishna Manshi
4. The Ultimate
4. The Ultimate
Santosh Khanna (world record holder)
सत्य का पथ
सत्य का पथ
ललकार भारद्वाज
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
आज़ादी का जश्न
आज़ादी का जश्न
अरशद रसूल बदायूंनी
मजाज़ी-ख़ुदा!
मजाज़ी-ख़ुदा!
Pradeep Shoree
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
पिता एक पृथक आंकलन
पिता एक पृथक आंकलन
Shekhar Deshmukh
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
विषय-अर्ध भगीरथ।
विषय-अर्ध भगीरथ।
Priya princess panwar
तीज
तीज
गुमनाम 'बाबा'
सायली छंद
सायली छंद
sushil sharma
मुझे मेरा गांव याद आता है
मुझे मेरा गांव याद आता है
आर एस आघात
विलीन
विलीन
sushil sarna
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
Abhishek Soni
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
Loading...