Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: Quote Writer
16k posts
हमारी वफा
हमारी वफा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*नेता बेचारा फॅंसा, कभी जेल है बेल (कुंडलिया)*
*नेता बेचारा फॅंसा, कभी जेल है बेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3445🌷 *पूर्णिका* 🌷
3445🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
मैं जब भी लड़ नहीं पाई हूँ इस दुनिया के तोहमत से
मैं जब भी लड़ नहीं पाई हूँ इस दुनिया के तोहमत से
Shweta Soni
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
Shweta Soni
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
Suryakant Dwivedi
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
3444🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
लौटेगी ना फिर कभी,
लौटेगी ना फिर कभी,
sushil sarna
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
Manoj Mahato
बस जिंदगी है गुज़र रही है
बस जिंदगी है गुज़र रही है
Manoj Mahato
वक्त बताता है कि कैसा कौन है और क्या है
वक्त बताता है कि कैसा कौन है और क्या है
Manoj Mahato
3443🌷 *पूर्णिका* 🌷
3443🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
पूर्वार्थ
समय के झूले पर
समय के झूले पर
पूर्वार्थ
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
*Author प्रणय प्रभात*
3442🌷 *पूर्णिका* 🌷
3442🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
3441🌷 *पूर्णिका* 🌷
3441🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
Happy Mother's Day ❤️
Happy Mother's Day ❤️
NiYa
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
शेखर सिंह
🙅लिख के रख लो🙅
🙅लिख के रख लो🙅
*Author प्रणय प्रभात*
बाट जोहती पुत्र का,
बाट जोहती पुत्र का,
sushil sarna
बड़े हुए सब चल दिये,
बड़े हुए सब चल दिये,
sushil sarna
भगवान की पूजा करने से
भगवान की पूजा करने से
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह मौसम और कुदरत के नज़ारे हैं।
यह मौसम और कुदरत के नज़ारे हैं।
Neeraj Agarwal
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तिरे रूह को पाने की तश्नगी नहीं है मुझे,
तिरे रूह को पाने की तश्नगी नहीं है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भरोसे के काजल में नज़र नहीं लगा करते,
भरोसे के काजल में नज़र नहीं लगा करते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मां तुम्हें आता है ,
मां तुम्हें आता है ,
Manju sagar
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
बड़ा मज़ा आता है,
बड़ा मज़ा आता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
Sahil Ahmad
*वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )*
*वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
है गरीबी खुद ही धोखा और गरीब भी, बदल सके तो वह शहर जाता है।
है गरीबी खुद ही धोखा और गरीब भी, बदल सके तो वह शहर जाता है।
Sanjay ' शून्य'
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गज़ल बन कर किसी के दिल में उतर जाता हूं,
गज़ल बन कर किसी के दिल में उतर जाता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं हाथ खाली थे मेरे, शहर में तेरे आते जाते,
यूं हाथ खाली थे मेरे, शहर में तेरे आते जाते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मातृत्व दिवस विशेष :
मातृत्व दिवस विशेष :
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*Author प्रणय प्रभात*
अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा।
अब हर राज़ से पर्दा उठाया जाएगा।
Praveen Bhardwaj
इज़्ज़त
इज़्ज़त
Jogendar singh
"विकसित भारत" देखना हो, तो 2047 तक डटे रहो बस। काल के कपाल प
*Author प्रणय प्रभात*
भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए
भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए
शेखर सिंह
मां है अमर कहानी
मां है अमर कहानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सेवा जोहार
सेवा जोहार
नेताम आर सी
Page 1
Loading...