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12 May 2024 · 1 min read

बाट जोहती पुत्र का,

बाट जोहती पुत्र का,
माँ निहारती द्वार ।
अविरल बहती आँख से,
खारे जल की धार ।।

सुशील सरना / 12-5-24

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