Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

बहुत समय हो गया, मैं कल आया,

बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
समय कम है मित्र.
कुछ और समय चाहिए,
काश कुछ और समय होता,
परीक्षा के दौरान, सर, कृपया 5 मिनट और दें,
परीक्षा के बाद समय कम बीता यार.
रिजल्ट के बाद समय खराब चल रहा है,
अरे कोई भी समय बर्बाद नहीं करता
काश वह समय वापस चला जाता।

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
"गुनाह कुबूल गए"
Dr. Kishan tandon kranti
Apni Qimat
Apni Qimat
Dr fauzia Naseem shad
........?
........?
शेखर सिंह
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
बेटा हिन्द का हूँ
बेटा हिन्द का हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
राजसूय यज्ञ की दान-दक्षिणा
राजसूय यज्ञ की दान-दक्षिणा
*प्रणय प्रभात*
इक क़तरा की आस है
इक क़तरा की आस है
kumar Deepak "Mani"
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
बीते हुए दिन बचपन के
बीते हुए दिन बचपन के
Dr.Pratibha Prakash
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
3359.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3359.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
मेरी बेटी
मेरी बेटी
लक्ष्मी सिंह
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
तेरी तस्वीर को लफ़्ज़ों से संवारा मैंने ।
तेरी तस्वीर को लफ़्ज़ों से संवारा मैंने ।
Phool gufran
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
पुरानी ज़ंजीर
पुरानी ज़ंजीर
Shekhar Chandra Mitra
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
Sonam Puneet Dubey
पृष्ठों पर बांँध से
पृष्ठों पर बांँध से
Neelam Sharma
मैं हूं कार
मैं हूं कार
Santosh kumar Miri
वही खुला आँगन चाहिए
वही खुला आँगन चाहिए
जगदीश लववंशी
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल-ए-मज़बूर ।
दिल-ए-मज़बूर ।
Yash Tanha Shayar Hu
Loading...