Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

पुरानी ज़ंजीर

जिस्म की हो या ज़ेहन की
तुम तोड़ डालो हर ज़ंजीर
खोखली इबादत से नहीं,
मेहनत से बनती तक़दीर…
(१)
सरकार भरोसे भारत का
अब कुछ नहीं होने वाला
नौजवानों को ही उठकर
करनी होगी कोई तदबीर…
(२)
कोरी लफ़्फ़ाज़ी के लिए
वक़्त नहीं अब मेरे पास
मुझे पढ़ने का शौक़ सिर्फ़
ख़ून से लिखी हुई तहरीर…
(३)
ज़ुल्मत के इस निज़ाम को
देखना, फूंक डाले न कहीं
आज के उस सुकरात की
आग उगलती हुई तकरीर…
(४)
मैं जान हथेली पर लेकर
निकला हुआ अपने घर से
ढूंढ़ने के लिए भगतसिंह के
सुनहरे ख़्वाबों की ताबीर…
(५)
अपने बूटों तले रौंद रहे
आजकल जो अवाम को
शायद देखी नहीं उन्होंने
अभी बगावत की तासीर…
(६)
जलते हुए सभी मूद्दों पर
बेबाकी से लिखते-लिखते
बन बैठा वह शायर एक
इंकलाब की ज़िंदा तस्वीर…
(७)
वह अदब के सारे पैमाने
काटता जा रहा लगातार
उसके हाथों में पड़ते ही
क़लम हुई नंगी शमशीर…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#BhagatSingh #lyrics #lyricist
#love #women #rebel #poetry
#Romantic #bollywood #शायर
#कवि #विद्रोही #क्रांतिकारी #इंकलाबी
#बागी #जनवादी #गीतकार #नौजवान

Language: Hindi
Tag: गीत
171 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
Gouri tiwari
जाति बनाम जातिवाद।
जाति बनाम जातिवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
खंड काव्य लिखने के महारथी तो हो सकते हैं,
खंड काव्य लिखने के महारथी तो हो सकते हैं,
DrLakshman Jha Parimal
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
समय की धारा रोके ना रुकती,
समय की धारा रोके ना रुकती,
Neerja Sharma
आप सभी को महाशिवरात्रि की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई..
आप सभी को महाशिवरात्रि की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई..
आर.एस. 'प्रीतम'
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी MUSAFIR BAITHA
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
करती रही बातें
करती रही बातें
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-381💐
💐प्रेम कौतुक-381💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
Charu Mitra
आखिरी दिन होगा वो
आखिरी दिन होगा वो
shabina. Naaz
हम पचास के पार
हम पचास के पार
Sanjay Narayan
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
धनमद
धनमद
Sanjay ' शून्य'
बहुत दिनों के बाद उनसे मुलाकात हुई।
बहुत दिनों के बाद उनसे मुलाकात हुई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विकृत संस्कार पनपती बीज
विकृत संस्कार पनपती बीज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अदरक वाला स्वाद
अदरक वाला स्वाद
दुष्यन्त 'बाबा'
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
■ ताज़ा शेर ■
■ ताज़ा शेर ■
*Author प्रणय प्रभात*
2592.पूर्णिका
2592.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं भी कवि
मैं भी कवि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन का इतना
जीवन का इतना
Dr fauzia Naseem shad
ना जाने क्यों आज वक्त ने हालात बदल
ना जाने क्यों आज वक्त ने हालात बदल
Vishal babu (vishu)
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
Ram Krishan Rastogi
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यही तो जिंदगी का सच है
यही तो जिंदगी का सच है
gurudeenverma198
Loading...