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12 May 2024 · 1 min read

क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,

क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
बस दिल मर चुका है, मगर हसरतें अभी ज़िंदा हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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