Posts Tag: Poetry Writing Challenge 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ० रोहित कौशिक 21 Apr 2024 · 2 min read पैर, चरण, पग, पंजा और जड़ पैर प्रगतिशील हैं, पैरों ने प्रगति की, पैर , देव-देवताओं के , माता-पिता के, पूज्यों के बने चरण, उन्हें उपमान मिला, चरण-कमल का। कहीं वे परिस्थितिवश, लोक में , पग... Hindi · 25 कविताएं · Poetry Writing Challenge · कविता · नया प्रयोग · विचारणीय 21 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read टूट गई बेड़ियाँ टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 49 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुभते शूल …… चुभते शूल …… चुभते हिय में अब शूल है चहुँओर अवलोकित तिमिर सा आकुल खोजती इक सितारा मेले कुचैले पग में धूल है। पुश्त है अत्यंत लहुलूहान सी व्रणों पीड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 57 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक…. शिक्षक…. जीवन मे पथ नया दिखलाके शिखर तक उसने पहुँचाया अँधियारो में इक दीप बनके भर दिया जीवन मे उजियारा। अक्षर ज्ञान,गिनती पहाड़े इक, दहाई, सैकड़ा,हज़ारे शब्द वे सारे यूँ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 37 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श स्पर्श वो अनूठा अद्भूत था प्रेम बयार यूँ सीने में चलती अनगिनत स्वप्न लिए नयनों में स्नेह अपार था कण कण मेरे हृदय का यूँ तुम्हारे ही तो आधीन था... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 51 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read गणेश आये रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते मोदक उनको... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 48 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुन लेना चुन लेना राह से काँटे…. चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 46 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read बापू गाँधी राष्ट्रपिता वो कहलाते बच्चे उनको बापू बुलाते सत्य,अहिंसा का पाठ पढ़ाया यूँ देश को आज़ाद कराया। जीते थे सदा जीवन सादा देश से किया था इक वादा था तनमन जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 48 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read भारत माँ का एक लाल भारत माँ का एक लाल वीर सपूत महान जिसका नारा था ये जय जवान जय किसान। था छोटी कद काठी का व्यक्तित्व था यूँ विशाल जनजन को ऊर्जा देकर किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 40 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read नींद आती है सोने दो नींद आती है सोने दो जगाते स्वप्न बेचैनी से भूला के इन सारे क्षणों को चैन के साये में खोने दो। इक नया कल फिर से आएगा नई चुनौतियाँ, उम्मीद... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 49 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन ये हर रंग दिखलाता जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 55 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read ****माता रानी आई**** ****माता रानी आई**** लाल लाल चुनरिया सजाई शेर पे सवार हो माँ आई उग आये हरे भरे जवारे जय माता दी सब पुकारें। हलवा,पूड़ी साग बनाऊँ मैया को क्या भोग... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 56 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जब सत्य प्रकाशमय हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 52 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मैं इक निर्झरिणी नीर भरी मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 45 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read उज्जवल रवि यूँ पुकारता उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 40 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अधिकारों का प्रयोग करके अधिकारों का प्रयोग करके अविलंब,कर्तव्य निर्वाह करो शीघ्र आज प्रस्थान करो आलस्य त्याग मतदान करो। चुनने का यूँ अवसर आया इक नई स्वतंत्रता लाया नवयुग का आज प्रारंभ करो मतदान... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 38 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चिरनिद्रा से नारायण जागे चिरनिद्रा से नारायण जागे शुभ पावन घड़ियाँ ले आई तुलसी शालीग्राम संग आये गगन में ज्योत्सना दिखलाई। आँवला, गन्ना,बोर भाजी खोल बंधन शुभ महुर्त सारे आई आज देव प्रबोधिनी जल... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 54 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन रंगमंच एक पहेली जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 62 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जाके हॄदय में राम बसे जाके हॄदय में राम बसे नेह संपत्ति रत्नाकर जसे सुंदर,मनोहर रूप तब लयो सुख,प्रमोद,उल्लास ते दयो। मनभावन रमणीक दिखलाये ले जानकी संग प्रभु आये दमके भाल प्रखर उजियारा दीपक, ज्योति,रविकर... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 51 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read धुंध में लिपटी प्रभा आई धुंध में लिपटी प्रभा आई कुहरे संग शीतलता लाई पथ सुने तो कहीं ओस भरे अलाव तापते लोग खड़े। सर्द हवा ने रुख बदलाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया सरसों,बथुआ,की... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 52 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मेरे वतन सूरज न निकला मेरे वतन सूरज न निकला गहन तिमिर यूँ घनघोर बना सूक्ष्म प्रभा को हिय तरसा था पयोद घना फिर न बरसा। गुम थी जहाँ इक उजियारी रविकर आभा प्रखर न्यारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 43 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अवध में दीप जलायेंगे अवध में दीप जलायेंगे अनेक रश्मियां जगमग सी नव पल्लव भी खिल जायेंगे आज फिर रघुवीर आयेंगे। अब न बैर,तिरस्कार होगा नेह,प्रेम पुरस्कार होगा पयोद दर्द के छँट जायेंगे आज... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 48 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *रामलला* मंगल पावन बेला आई रघुनंदन को संग ले आई अवध में लाखों दीप जले धन्य हुई तब सरयू माई। जगमग अनगिनत दीप जले गृह,नगर वंदनवार से सजे प्रखर रवि से... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 29 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *बसंत आया* उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 51 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *दिल कहता है* तुम मेरे हो ये मेरा दिल कहता है ! आज बहुत है बेकरार तुझको पाने को कोई बात न माने नहीं संभलता है , हर पल रहती हैं नजरें कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 57 Share Skanda Joshi 21 Feb 2024 · 1 min read क्या है मोहब्बत?? नाम दिया ही है अगर तुमने एक तरफ़ा इश्क को मोहब्बत, तो उसको लज़्मी निभाओ और अगर न समझे कोई जज़्बात तुमारे तो अपने जज़्बातों का मज़ाक न बनवाओ। हो... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 55 Share Skanda Joshi 21 Feb 2024 · 1 min read हो सकता है हो सकता है, तुम जिसके इंतज़ार में हो , वो तुम्हारे इंतज़ार में हो , मगर खेर हाल-फिलहाल ऐसा कुछ है नहीं । होने को तो हो सकता है ये... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 36 Share Skanda Joshi 21 Feb 2024 · 1 min read याराना जिंदगी के सफर में चलते चलते कई अंजान लोगो से मिलते मिलते किसी की रूह का , तुम्हारी रूह से जुड़ जाना यही तो होता है यारो याराना। बिन कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 3 59 Share Skanda Joshi 21 Feb 2024 · 1 min read बदलाव उसकी बाते पहले अजीब , अब अंजानी लगती है , बदलाव की परिभाषा की, अब हमे समझ लगती है । कभी हुआ करता था ऐसा भी , बदलावों से मुझे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 52 Share Skanda Joshi 18 Feb 2024 · 1 min read कल्पनाओं के बीज कुछ कल्पनाओं के बीज बोए थे मैंने , सोच यह अंकुर फूटेगे कभी , फलित पुष्पित होगे यह भी कभी , धर रूप विशाल वृक्ष का सुकून की छाँव देगे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 50 Share Skanda Joshi 17 Feb 2024 · 1 min read कलाकार इस प्रकार तुम्हारा नज़रे चुराना , कला नहीं तो क्या है ? सब कुछ भूल जाने का बहाना बनाना, कला नहीं तो क्या है?? यारा कैसे ना कहूँ मैं तुम्हे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 38 Share Skanda Joshi 17 Feb 2024 · 1 min read पर्दा नशीन परखी नज़रें उसकी, जुबां के इल्म को भी परखा है, अब परखना क्या है बाकी?? उस पर्दा नशीन का किरदार मानो दरिया कोई, मेरा उतरना उस दरिये में , बस... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 49 Share Vivek saswat Shukla 15 Feb 2024 · 1 min read बचपन मेरा भी एक बचपन था, छोटा था मैं अल्हड़पन था,, मैं भी एक छोटा लड़का था, मेरा भी एक बचपन था। कुछ सपने थे जो भूल गया हूं, कुछ यादें... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Hindi Sahitya · Poetry Writing Challenge · Vivek Saswat · Vivek Saswat Shukla 87 Share Skanda Joshi 13 Feb 2024 · 1 min read खंडर इमारत खड़ी एक इमारत सड़क से थोड़ी दूर, सुनसान जगह पर है , कभी यह भी रही होगी बहुत विशाल बहुत आलीशान , मगर अब महज़ एक खंडर है। सुना था... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 47 Share Rahul Singh 10 Feb 2024 · 1 min read GrandMother Of wisdom deep and love so true, A gentle soul, with eyes like dew. Her laughter echoes through the years, A melody of joy, dispelling fears. In her embrace, a... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poetry · Poetry Writing Challenge · Trending Poetry 43 Share Skanda Joshi 3 Feb 2024 · 1 min read चार यार मिल बैठे है चार यार , कर रहे है बाते हज़ार , जिस कश्ती में तुम हो सवार , उसको डूबाने को है सब त्यार। उजाड़ने वाले , कर रहे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 71 Share Skanda Joshi 3 Feb 2024 · 1 min read अध्यापक अध्यापक एक मित्र है तुम्हारा, जो माँ-बाप के बाद सबसे पहले आता है, जीवन जीने का असली अंदाज वही सिखाता है। अध्यापक वह, जो अंधकार को दूर भगाता है, अध्यापक... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 65 Share Skanda Joshi 31 Jan 2024 · 1 min read सरमाया - ए - हयात कोई पूछे जो तुमसे क्या कमाया उम्र भर? क्या कहोगे तुम? चंद रुपए चंद आशियाने ?? क्या पूरी जिंदगी की कमाई इन सब चीजों को कहोगे तुम ?? वह जिंदगी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Kavita · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 86 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read बचपन रिमझिम – रिमझिम बारिश आई , बादलों की गड़ – गड़ाहट , हवाओं की सर – सराहट , अपने संग लेकर आई , इस मौसम में , तलब बस एक... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 30 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read वो दिन आखिरी था रुसवा यार को मनाना ज़रुरी था, क्युकी वो दिन आखिरी था। हर शक्स के साथ झूठे वादो की रसम को निभाना ज़रूरी था , क्युकी वो दिन आखिरी था। तस्वीरों... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 25 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read आज के युवा वह दुनिया से दूर अपनी एक दुनिया बसाए बैठे है, आज के युवा , हकीक़त से दूर अपने ख्वाबों की दुनिया सजाए बैठे है। सच से वह चिढ़ते है ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 65 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read यादों की कसक कैसी है यह मोह माया ? जिसकी मैं भी अब आदि हूँ, हाँ , मैं भी अब शोहरत ख़ातिर जख्मों पर नमक लगाती हूँ। बातों को भूल जाना आता नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 46 Share Lohit Tamta 25 Jan 2024 · 1 min read "आंखरी ख़त" एक ख़त लिखा था उसने जो मैं पढ़ ना पाया, जज़्बात लिखें थे उसने जिनको मैं समझ ना पाया, कहने को तो कागज़ का टुकड़ा था वो जिसे मैं खोल... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem · Indianarmy · Poetry Writing Challenge · कविता · कहानी 90 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 1 min read कसूरवान कौन ?? कसूर है शायद मेरा, कसूर है शायद इन आँखों का मेरी, इन्हें तुझसे बेहतर कोई नज़र नहीं आता, मस्तिष्क भी कसूरवान मेरा, क्योंकि निजात तेरे ख्यालों से ये नहीं दिलवाता,... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi 1 52 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 1 min read लेखन मंदराएँ क्या लिखूँ मैं ऐसा ? दिल को मेरे तस्सली आए मसला ये नहीं, शब्द नहीं मेरे पास, ना मस्ला विषयों का है , मसला है कि पन्ने जहां के खत्म... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 52 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 1 min read स्वयं संगीता मजबूर हर शख्स समझ में मुझे अब आने लगा है, मजबूर मैं हूँ अब , इसलिए पग-पग पर हर कोई मुझे आज़माने लगा है । सच है मेरा ऐसा झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 68 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 2 min read स्त्री ना जाने क्यों ?? मुझसे ही हर सवाल किया जाता है, हर दफा मुझे ही क्यों ?? कठखड़े में खड़ा किया जाता है, जो रंग हो गोरा मेरा तो ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 71 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read ज़िंदगी अगर आसान होती☘️ ज़िंदगी अगर आसान होती, तो शायद, खुशियों की कीमत किसी को पता ना होती। ना चींटी को हर दाने की कदर होती, ना होता मनुष्य को हार का एहसास ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 65 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read इश्क़ ❤️ तुझसे मिलने के बाद, हो चुका है सब पूरा, मेरी जिंदगी में अब कुछ नहीं रहा अधूरा , जो सोच महज़ कल्पना तक थी सीमित , वो लबों पर मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 69 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read रख उम्मीद🌻 माटी को ज्ञात नहीं होती उसकी कीमत , कुम्हार उसे आकार देकर घड़ा बनाता है , कई हादसों के कारण वो घड़ा टूट जाता है । कई बार मुसाफ़िर अपने... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 46 Share Page 1 Next