Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

चुन लेना

चुन लेना राह से काँटे….

चुन लेना राह से काँटे
हवायें भी हिलोर देना
द्वारे चंदा भी चमचमायेगा
प्रेम छवि हिय में उकेर देना

क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते
साँझ कि सी बरबस यूँ ढलते
बहता रक्त क्षत कदमो से
पौंछकर मरहम लगा देना

प्रेम तो इक स्वप्न मात्र सा
उज्जवल ,रति,स्नेह बयार यूँ
सुनहरा झिलमिल अजब सा ही
स्वप्न तो अब दिखला जाना

नभ में दमकती आभा होगी
सतरंगी इंद्रायुध सजा होगा
रवि की वो प्रखर उजियारी
साँझ की वो अजब सी लाली

गिनना चाहती नभ के तारे
एक नही अनगिनत अब सारे
टाँक वो सब सजीले सितारे
सतरंगी इक चुनर सजा देना

दहकते अंगार विकल से हो
आँचल से अब विमुख करना
नवागत स्वर्णिम कल होगा
स्वप्निल नयनों में पल होगा।।

47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेचारी रोती कलम ,कहती वह था दौर (कुंडलिया)*
बेचारी रोती कलम ,कहती वह था दौर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
DrLakshman Jha Parimal
पुस्तक विमर्श (समीक्षा )-
पुस्तक विमर्श (समीक्षा )- " साये में धूप "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बाबूजी
बाबूजी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
खोखली बातें
खोखली बातें
Dr. Narendra Valmiki
अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस
अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस
सत्य कुमार प्रेमी
2727.*पूर्णिका*
2727.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम और मैं
तुम और मैं
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पर्यावरण-संरक्षण
पर्यावरण-संरक्षण
Kanchan Khanna
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
Labour day
Labour day
अंजनीत निज्जर
* बेटियां *
* बेटियां *
surenderpal vaidya
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
Shankar N aanjna
राजनीतिक संघ और कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ: शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
राजनीतिक संघ और कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ: शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
ऋतुराज
ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*उदघोष*
*उदघोष*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
Vishal babu (vishu)
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
कवि दीपक बवेजा
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
Loading...