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2 May 2024 · 1 min read

तुम और मैं

तुम प्रेम – मैं कहानी,
तुम गीत – मैं रवानी।

तुम फूल मैं सुवास
तुम मन मैं अहसास

तुम दीपक – मैं बाती,
तुम सीपी – मैं मोती।

तुम सागर – मैं पानी,
तुम चरित्र – मैं कहानी ।

तुम हृदय – मैं धड़कन,
तुम नजर – मैं नयन ।

तुम रूह – मैं काया ,
तुम वृक्ष – मैं छाया।

तुम अग्नि – मैं तपिश ,
तुम बादल – मैं बारिश ।

तुम शब्द – मैं अर्थ,
तुम बिन मैं व्यर्थ।

लक्ष्मी वर्मा “प्रतीक्षा”
खरियार रोड,ओड़िशा।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 18 Views
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