हो सकता है
हो सकता है,
तुम जिसके इंतज़ार में हो ,
वो तुम्हारे इंतज़ार में हो ,
मगर खेर हाल-फिलहाल ऐसा कुछ है नहीं ।
होने को तो हो सकता है ये भी ,
वो हो करीब तुम्हारे ,
तुम करते हो नज़र अंदाज़ उसे ,
मगर शूकर ऐसा कुछ फिलहाल तो है नहीं ।
माना इश्क़ आफ़त नहीं ,
मगर आफ़त से है कम ,
यारा ऐसा भी तो नहीं ।
है वो हसीन चलो मान लिया यह ,
मगर जो होगा मेरा उससे अधिक नहीं ।
है इरादा उसे अपना बनाने का ,
मगर जो हो सबका ,
वो पूरी तरह से मेरा भी तो नहीं ।।२
❤️ स्कंदा जोशी