Posts Tag: Hindi Poem 73 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Manisha Manjari 8 Sep 2022 · 1 min read जीवन क्षणभंगुरता का मर्म समझने में निकल जाती है। स्वयं के अक्स की पहचान, धूमिल सी हो जाती है, विपत्तियों की गाठें जब, जीवन की डोर में लग जाती हैं। खुशियों के क्षण तो, पलक झपकते खो जाते हैं,... Hindi · Hindi Poem · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 5 415 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read खामोशियों ने हीं शब्दों से संवारा है मुझे। उस भीड़ से ज्यादा इस तन्हाई ने संभाला है मुझे, दिन के उजालों ने नहीं, रात के अंधेरों ने निखारा है मुझे। सितारों का अपना तो, मैं कभी बन ना... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 4 303 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं। अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं, स्वयं के विचार हीं तो, सबसे ज्यादा सताते हैं। अन्धकार के बादल, जब छत पर मंडराते हैं, साये रिश्तों के हीं, सर्वप्रथम... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 8 442 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश है हम सबके प्यारे गणेश है हम सबके प्यारे आज है जन्मदिन उनका पधारें है वे द्वार हमारे भोली सूरत नयन मतवारे शिव गौरा के पुत्र कहलाते मोदक है उनको बहुत भाते देवों में... Hindi · Hindi Poem · कविता · गणेश चतुर्थी 269 Share Aditya Prakash 22 Aug 2022 · 1 min read वर्षा की बूँद एक दिन था मैं अपने छत पर खड़ा, थका-माँदा-सा था, अपने आप में खोया, बैठा एक कोने में था मैं मुरझाया, अचानक एक बूंद आ लगी मेरे तन से मैं... Hindi · Hindi Poem · Kavita 2 380 Share Manisha Manjari 19 Aug 2022 · 1 min read असफ़लताओं के गाँव में, कोशिशों का कारवां सफ़ल होता है। कुछ खतों के मुक्कद्दर में, बस जेहन की ज़मीं होती है, खंज़र जैसे हाथों में, जब लकीरों की कमी होती है। खमोशिओं की गहराईयों में, शब्द निर्वस्त्र से पड़े होते... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 11 499 Share PRATIK JANGID 15 Aug 2022 · 1 min read मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। भारत को आजाद करने में थे कितने ही सेनानी। शेखर लिखूं या भगत लिखूँ मैं या लिखूँ फिर सुखदेव को। मेरी... Hindi · Happy Independence Day · Hindi Poem · Hindi Poetry · India 488 Share Manisha Manjari 12 Aug 2022 · 1 min read ठोकरों ने गिराया ऐसा, कि चलना सीखा दिया। ज़िन्दगी ने राहों को हीं, मंज़िल बना दिया, ठोकरों ने गिराया ऐसा, कि चलना सीखा दिया। हवाओं ने पतझड़ में, साजिशों का सहारा लिया, जुड़े थे कभी शाख़ से, ज़मीं... Hindi · Hindi Poem · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 10 12 605 Share AJAY AMITABH SUMAN 7 Aug 2022 · 1 min read वर्तमान से वक्त बचा लो:चतुर्थ भाग इतिहास गवाह है , हमारे देशवासियों ने गुलामी की जंजीरों को लंबे अरसे तक सहा है। लेकिन इतिहास के इन काले अध्यायों को पढ़कर हृदय में नफरत की अग्नि को... Hindi · Hindi Poem · Motivational · पुरावृत्त 1 267 Share Manisha Manjari 6 Aug 2022 · 1 min read आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है? अंतर्मन के द्वंदों से आज भी मन थर्राता है, बीते वक़्त का तूफ़ान जब राहों को भरमाता है। शब्दों का वो कोलाहल संवेदनाओं को स्तब्ध कर जाता है, आघातों की... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 4 391 Share Pooja Singh 5 Aug 2022 · 1 min read गीता की महत्ता गीता का उपदेश दिया , कृष्णा ने युद्ध स्थान में | अर्जुन का उद्धार हुआ समर क्षेत्र के घेरे में || दे सकते थे गीता ज्ञान , अन्य काल या... Hindi · Hindi Poem 5 8 446 Share Manisha Manjari 5 Aug 2022 · 1 min read ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है। ये ज़िन्दगी जाने क्यों ऐसी सज़ा देती है, कागज़ की कश्ती छीन, हाथों में पतवार थमा देती है। ओस की बूंदें तो भोर के सहारे गिरा करती हैं, पर तपिश... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · कविता 6 7 395 Share Kavita Chouhan 2 Aug 2022 · 1 min read देह मिलन देह मिलन क्या शाश्वत प्रेम ? सहमी इच्छाओं को जगाता हो निश्छल झरनें सा बहता खीचता प्रेम आलिंगन हो स्वच्छन्द सा क्षणिक बन्धन बिलख रहा भीतर अंतर्द्वंद इक दूजे के... Hindi · Hindi Poem · Love · कविता 2 1k Share Famyas Siwani 2 Aug 2022 · 1 min read नसीब की बात नसीब नसीब की बात होती है किसी के नसीब में हँसना तो किसी का रोना होता है किसी के नसीब में जीना तो किसी का मरना होता है, ये नसीब... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Nazm · Poem · कविता 2 1 394 Share Manisha Manjari 28 Jul 2022 · 1 min read किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी। किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी। पर बता मुझे, यदि ये भी न रहे तो मेरे अस्त्तित्व को कौन दर्शाएगी? इस खालीपन के अंधेरों... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 7 9 489 Share Manisha Manjari 27 Jul 2022 · 1 min read धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं। धारणाएँ टूट कर बिखर जाती हैं, संबंधों की आर में जब ये छली जाती हैं। विजय शत्रुओं पर तो मिल जाती है, अनुभव तो अपनों का घात करवाती है। समक्ष... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 2 8 439 Share Manisha Manjari 26 Jul 2022 · 1 min read सागर ने लहरों से की है ये शिकायत। सागर ने लहरों से की है ये शिकायत, वो कश्ती आती नहीं जिसकी थी मुझे आदत। मेरी मौजों में घुलती रहती थी वो खिलखिलाहट, और आँखे ढ़ुंढती थी मीलों तक... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 5 9 389 Share Mamta Rani 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु राह हमें दिखाते हैं घिस कर खुदको हमें चमकाते हैं, रिश्ता है ऐसा गुरु , शिष्य का जो इस जग को बनाते हैं। गुरु ज्ञान हैं गुरु महान हैं गुरु... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Kavita 3 2 309 Share Manisha Manjari 7 Jul 2022 · 1 min read क्यों करूँ नफरत मैं इस अंधेरी रात से। क्यों करूँ नफरत मैं इस अंधेरी रात से, जिसने मिलवा दिया मुझे अपने आप से। गर्दिशों में भी इसने चमकना सिखाया, और आंसुओं के साथ भी तो अपना बनाया। हाँ,... Hindi · Hindi Poem · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · Manishamanjari · कविता 4 2 699 Share Manisha Manjari 1 Jul 2022 · 1 min read कुछ बारिशें बंजर लेकर आती हैं। कुछ बारिशें बंजर लेकर आती हैं, जब आंखें आंसुओं से लिपट जाती हैं। भीगते तो हैं सतह मगर, चोटें आत्मा तक पहुँच जाती हैं। कहते हैं अंधकार मिटाने को वो... Hindi · Hindi Poem · Life · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 3 2 513 Share Manisha Manjari 30 Jun 2022 · 1 min read अंधेरी रातों से अपनी रौशनी पाई है। उन परिंदों की उड़ान पर कब तक पहरे लगा पाएगा कोई, जिन्होंने उड़ना भी पंख गंवाने के बाद हीं सीखा है। अंधेरी रातों से अपनी रौशनी पाई है, और खुद... Hindi · Hindi Poem · Life · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 3 4 382 Share Abhishek prabal 29 Jun 2022 · 1 min read बुरा वक्त और मनुष्य पत्थर मिलेंगे राहों में चप्पल न होंगे पाँव में छांले फूटेंगे रातो में मरहम न होगा हाथों में भौरे भी तुझे सिखाएंगे तरकश सी बात बनाएंगे तू टूटेगा, सब छूटेगा... Hindi · Hindi Poem · Life · Motivational · कविता · कोटेशन 277 Share Vivek Pandey 22 May 2022 · 1 min read लड़ते रहो लड़खड़ा रहे हैं ,गिर रहे है , गिर कर संभल रहे हैं ये तजुर्बे हैं जो हो रहे हैं । Hindi · Hindi · Hindi Poem · Hindi Quotes · Vivek Pandey Activist · कविता 2 747 Share Previous Page 2