Posts Tag: राजीव 59 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Rajeev Jain 9 Mar 2025 · 1 min read खुदगर्जी जो भी खराब हो पूरा बदल दिया जाता है जिगर खराब हो दूसरा धर दिया जाता है पहले मरम्मत करके ठीक हो जाते थे पुराने सामानों को फेंक दिया जाता... Hindi · जिगर · नज़्म · बेसहारा · मतलब की दुनियां · राजीव 37 Share Dr. Rajeev Jain 18 Nov 2024 · 1 min read खुदा तू भी खुदा तू भी, बातें तो बड़ी अच्छी करता है, फिर भी मुझे मेरी क़िस्मत पर छोड़ देता है l मुझको बचा लेगा, इस आस से आया था तेरे पास ,... Hindi · खुदा · बहार · मंझधार · राजीव · सांगरी 1 141 Share Dr. Rajeev Jain 18 Nov 2024 · 1 min read अनुप्रास अलंकार विदित विदित सा कुछ विदित है मेरे आज ख्यालों में मंद मंद मुस्काता सोना कृषक के खेतों खलिहानो में सफल सकल फसल हुई अब तो अब की बार लहर लहर... Hindi · अनुप्रास · किसान · फसल · राजीव · सांगरी 103 Share Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read किताबों के भूत किताब का पेज पलट देने पर भी कई बार पुराने पेज के किरदार फिर नए पेज पर कूद के आ जाते है। मैं किताब के पिछले पेज अगला पेज पढ़ते... Hindi · कोटेशन · नज़्म · यादें · राजीव · सांगरी 141 Share Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read ज़ख्मों की गहराई ये सन्नाटे बड़े गहरे हैं ,शोर मचाने से भी नहीं जाएँगे इतने हिस्सों में बँट गया हूँ मैं ,तुमसे पहचाने नहीं जायेंगे l ग़म इतने कम भी नहीं हैं अपने... Hindi · गहरे · ज़ख्म · ज़माने · दर्द · राजीव 294 Share Dr. Rajeev Jain 6 Nov 2024 · 1 min read खोखले शब्द खुदा तू भी, बातें तो बड़ी अच्छी करता है, फिर भी मुझे मेरी क़िस्मत पर छोड़ देता है l मुझको बचा लेगा, इस आस से आया था तेरे पास ,... Hindi · कविता · खुदा · ग़ज़ल · राजीव · सांगरी 144 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read प्यार और धोखा Dhokha aur pyar प्यार का धोखा इक हिसाब से अच्छा लगा कुछ देर का मिलना उस यार से अच्छा लगा कोई बात रही होगी कह कर मुकर जाने की इंकार... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · नज़्म · राजीव 171 Share Dr. Rajeev Jain 27 Oct 2024 · 1 min read हाशिए पर ज़िंदगी किताब का पेज पलट देने पर भी कई बार पुराने पेज के किरदार फिर नए पेज पर कूद के आ जाते है। मैं किताब के पिछले पेज अगला पेज पढ़ते... Hindi · कविता · किरदार · जिंदगी · राजीव · सांगरी 198 Share Dr. Rajeev Jain 19 Sep 2024 · 1 min read मुझे ख़्वाब क्यों खलने लगे, मुझे ख़्वाब क्यों खलने लगे, नींद में हैं ख़लल करने लगे । वही बात जो बताना नहीं चाहता , उसी की तरफ़दारी नयन करने लगे । जो छिपाया बहुत ज़माने... Hindi · ख्वाब · नयन · राजीव · सपना · सांगरी 183 Share Dr. Rajeev Jain 14 Sep 2024 · 1 min read कभी ख़ुशी कभी ग़म बरसता है, फिर ज़्यादा बरस जाता है , कभी कोई चंद बूँदों को तरस जाता है । किसी को दूसरों से फुर्सत नहीं मिलती , किसी का वक़्त अपने में... Hindi · ख़ुशी · गम · राजीव · शायरी · सांगरी 115 Share Dr. Rajeev Jain 14 Sep 2024 · 1 min read एक एहसास क्या तुम्हें एहसास है, कैसा लगा होगा सामने आँख के, सपना फिसल गया होगा l जिसका, मुद्दतों इंतज़ार किया था तुमने वो मिला, तो उसने तुम्हें, न पहचाना होगा l... Hindi · अनुमान · एहसास · राजीव · सांगरी · सोच 122 Share Dr. Rajeev Jain 8 Sep 2024 · 1 min read परिस्थिति और हम गुमान ख़ुद पर, पर सब परिस्थितियों के सहारे हैं , अदना सा ख़ुद और ख़्वाहिशें बेहिसाब पाले हैं l हवा जैसी चले, उसी दिशा बहने में, ही समझदारी, मूरख, तू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · परिस्थिति · राजीव · समय 132 Share Dr. Rajeev Jain 22 Aug 2024 · 1 min read हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है , हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है , नेक रास्तों पर , होना बदनाम सही है l राही छाया तलाशता , गर्मी के सफ़र में मंदिर हो या... Hindi · अफवाह · बात · राजीव · वक्त · सांगरी 144 Share Dr. Rajeev Jain 11 Aug 2024 · 1 min read एहसास क्या तुम्हें एहसास है, कैसा लगा होगा ! सामने आँख के, सपना फिसल गया होगा । जिसका, मुद्दतों किया था इंतज़ार तुमने, जब दिखा ,तो किसी और को मिल गया... Hindi · एहसास · भ्रम · राजीव · सपने · सांगरी 164 Share Dr. Rajeev Jain 8 Aug 2024 · 1 min read विश्वास करो विश्वास रखोगे तो सितारे बदल जायेंगे काले बादल हैं दो दिन के, छंट जायेंगे जो रास्ता रोकने को तुम्हारा खड़े हैं आगे कदम बढ़ाओ वो खिसक जायेंगे ज्यादा न जुल्फों... Hindi · Sagari · कविता · राजीव · विश्वास · हुस्न 179 Share Dr. Rajeev Jain 6 Aug 2024 · 1 min read बेसहारा दिल बेसहारा दिल को कोई सहारा मिले झूमता सा बादल कोई आवारा मिले नहीं पुर सकूँ मिले, सारे जो लम्हे जो जिये फिर भी तमन्ना है , ज़िंदगी ये , दोबारा... Hindi · Sagar · दिल · बेसहारा · मानना · राजीव 155 Share Dr. Rajeev Jain 4 Aug 2024 · 1 min read दोस्त मेरी दुनियां इस दुनियाँ में दोस्ती से बड़ा हासिल कोई हो नहीं सकता जिसे दोस्त मिल जायें उसे कुछ चाहिए कह नहीं सकता कोई रिश्ता इतना बराबर हो नहीं सकता कहने को... Hindi · दुनियां · दोस्त · दोस्ती · राजीव · रिश्ते 366 Share Dr. Rajeev Jain 3 Aug 2024 · 1 min read तेरे मेरे सपने साझे थे जो थे तेरे मेरे सपने कैसे बाँटू वो थे, तेरे मेरे सपने देखे सपने साथ साथ चलते अविभक्त हैं , तेरे मेरे सपने अलग हुए तो कैसे बाटेंगे... राजीव · सपने · सांगरी · साहित्य · हक़ीक़त 188 Share Dr. Rajeev Jain 3 Aug 2024 · 1 min read हौसला रखो किश्ती हारी नहीं है हौसला रखो लहरों से टकरा रही हौसला रखो ज्वार है पानी में तल्ख़ है मिज़ाज झुकना है नहीं मंज़ूर हौसला रखो टूट जाते हैं मंसूबे जरा... Hindi · किश्ती · मंजिल · राजीव · सागर · हौसला 238 Share Dr. Rajeev Jain 1 Aug 2024 · 1 min read उम्मीद का दिया उम्मीद का दिया कहीं जला कर रखना हर क़ीमत पर धैर्य को बना कर रखना हौसला किसी हालत टूटना नहीं चाहिए एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर चलना एक... Hindi · आशा · उजाला · उम्मीद · राजीव · सांगरी 1 183 Share Dr. Rajeev Jain 31 Jul 2024 · 1 min read कलम की ताक़त कलम की ताक़त के आगे तलवार कुछ नहीं प्यार के सामने नफ़रत की दीवार कुछ नहीं जिस कलम से पहला प्रेम पत्र लिखा था उस कलम के बदले सारा संसार... Hindi · कलमकासपूत · राजीव · सांगरी · स्वतंत्रता · स्वाधीन 177 Share Dr. Rajeev Jain 30 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारी शरारतें एक डिब्बे में सम्भाल कर रखी हैं तुम्हारी शरारतें ज़िंदगी एक हिस्से में बसा रखी हैं तुम्हारी शरारतें कभी रात सिरहाने लगा सो जाता हूँ कभी बिछा लेता हूँ तुम्हारी... Hindi · बीतेंदिन · यादें · राजीव · शरारतें · सांगरी 158 Share Dr. Rajeev Jain 30 Jul 2024 · 1 min read चलो कुछ कहें जाने कितनी बातें अनकही, चलो कुछ कहें, रह गई हैं थी कुछ अनसुनी , चलो कुछ कहें l चलते चलते छूटते गए जाने कितने ही अपने, याद कर लें गुजरा... Hindi · कुछकहें · बीतासमय · यादें · राजीव · साहित्यपीडिया 294 Share Dr. Rajeev Jain 29 Jul 2024 · 1 min read ख़त इश्क़ में लिखे ख़त जलाए नहीं जाते जलना ख़ुद को होता है, काग़ज़ जलाए नहीं जाते कुछ राज रखे जाते हैं, सीने में दबाकर भी यूँ ही हर किसी को... Hindi · आशिक़ · इश्क़ · ख़त · राजीव · राजीवसागरी 2 2 250 Share Dr. Rajeev Jain 28 Jul 2024 · 1 min read उम्मीद बाक़ी है ना उम्मीदी में कुछ उम्मीद बाक़ी हैं राख हुए शोलों में आग बाक़ी है कितने भी चुक गये हम, फिर भी अभी जवानी का, खुमार बाक़ी है मजबूरियाँ रहीं होंगी... Hindi · उम्मीद · मुग़ालता · राजीव · सफ़र · सांगरी 1 147 Share Dr. Rajeev Jain 26 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारी हाँ है या ना ? *तुम्हारी हाँ है या ना कभी न जान सका* *बरसों रहे साथ , क्या पूरा जान सका* *एक अबूझ और आकर्षक नाम “स्त्री”* *गहराई इतनी , कोई सही न माप... Hindi · अबला · कविता · राजीव · सबला · स्त्री 138 Share Dr. Rajeev Jain 26 Jul 2024 · 1 min read हाथ थाम लो मेरा अलग हैं बाँह जिस्म से अब हाथ थाम लो मेरा साँस थमती है वतन महफ़ूज़ रहे झंडा थाम लो मेरा डा राजीव “सागरी” Hindi · राजीव · वतन · सहयोग · सांगरी · हाथ थाम लो 3 180 Share Dr. Rajeev Jain 24 Jul 2024 · 1 min read यादों की याद रखना कितना मुश्किल होता है, यादों में याद रखना वायदा करना और फिर वादों को याद रखना लगता तो है सुनकर आएगा तो मेरे हालात मेरा समय रहते ही आ जाना... Hindi · यादों · राजीव · रिश्ता · वायदा · सांगरी 303 Share Dr. Rajeev Jain 22 Jul 2024 · 1 min read रोक दो ये पल एक दो पल रुके और चल दिये रोक दो ये पल क़यामत तक के लिए जी लेने को पल ही काफ़ी है कौन जीता है यहाँ मुद्दतों के लिए हंसने... Hindi · अभिलाषा · कविता · जैन · पल · राजीव 219 Share Dr. Rajeev Jain 21 Jul 2024 · 1 min read रात अंजान है राहें वीरान हैं रात अंजान हैं कहाँ तक सफ़र हर तरफ़ बियाबान है अजनबी भी नहीं मिले भी नहीं रिश्तों में नहीं कोई झंकार है जो बोलते थे बहुत साथ... Hindi · अंजानी · कविता · जैन · राजीव · रात 1 145 Share Dr. Rajeev Jain 20 Jul 2024 · 1 min read अधूरा ही सही पूरा नहीं तो आधा ही सही , कोई झूठा सा वादा ही सही l सामने ऐसे निकल रहे हैं जैसे हमको जाना ही नहीं l इंतज़ार फिर भी हम करते... Hindi · Sagar · अधूरा · कविता · राजीव · सांगरी 222 Share Dr. Rajeev Jain 18 Jul 2024 · 1 min read अधूरापन अधूरेपन में पूरे हैं , हम कहाँ अधूरे हैं मौजों के झूले हैं , सपने चाहे अधूरे हैं मकान पर मजबूर छतों की चाहत में हम सूरज चन्दा सितारे आनन... Hindi · अधूरा · जिंदगी · पूरा · राजीव · सांगरी 158 Share Dr. Rajeev Jain 16 Jul 2024 · 1 min read इंसानियत के लिए जिए बहुत खुद के लिए , जी लो अब दूसरों के लिए l पी लिए जाम अपने लिए कुछ जाम अब दूसरों के लिए l पहले अरदास थी अपने लिए... Hindi · इंसानियत · कविता · राजीव · सरोकार · सांगरी 123 Share Dr. Rajeev Jain 15 Jul 2024 · 1 min read पिता मन बहुत भीगता है , पर रो नहीं सकता, बाप से मजबूर , कोई हो नहीं सकता l ज़रूरतें घर की, सहूलियतें सबकी, उसको याद रहती है, अपनी खबर उसको... Hindi · कविता · ज़िम्मेवारी · पिता · राजीव · सांगरी 137 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read चोर साहूकार कोई नहीं चोर साहूकार कोई नहीं फ़र्क़ तहक़ीक़ात का है छूठ सच कुछ नहीं फर्क बस हालात का है सब स्वप्न है बस यहाँ पर फ़र्क़ बंद खुली आँख का है बात... Hindi · अनेकांतवाद · कविता · प्रतीकात्मक · राजीव · सांगरी 176 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read चाह चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · चाह · चिंता · राजीव · सांगरी 165 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read पंख गिरवी रख लिए सारे फ़ैसले ख़ुद ही ख़ुद तो लिख दिये जिरह किए बिना ही खता लिख दिये क्या करे आज़ाद पंछी क्या करे ये असमां उड़ान को पाबंदी नहीं पंख गिरवी रख... Hindi · कविता · गिरवी · फ़ैसले · राजीव · सांगरी 1 172 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read अंदाज़ ऐ बयाँ लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · अंदाज़ · कविता · राजीव · शायरी · सांगरी 165 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read ज़िंदगी ज़िंदगी झाँसा बहुत दिया तूने चकमा तुझे दे जाऊँगा ढूँढना फिर तू मुझे सताने को मैं फ़ना हो जाऊँगा डा राजीव “सागरी” Hindi · जिंदगी · तकलीफ़ · फ़ना · राजीव · सांगरी 156 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read धुआँ सी ज़िंदगी तुमने केवल यादों की राख को देखा है, हर कश में जो धुआँ निकला वो ठीक से नहीं देखा वो धुआँ नहीं मैं ख़ुद था डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · राजीव · सांगरी 157 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारी चाय मैं तुम्हारे घर आऊँ तुम चाय पिलाने दूसरे के घर ले जाओ मंज़ूर नहीं व्हाट्सएप वाले मुझे टहलाते इंस्टाग्राम फ़ेसबुक ले जायें मंजूर नहीं डा राजीव “सागर” Hindi · कविता · चाय · छद्म · राजीव · सांगरी 183 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read मायावी लोक वेब सीरियल और असली ज़िंदगी में अब फर्क कोई नहीं हर क़िरदार मौजूद यहाँ ,तमाशे और हक़ीक़त में फ़र्क़ कोई नहीं डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · दृष्टिभ्रम · मायाबी · राजीव · सांगरी 131 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read लंबा क़ानून सारी सुनवाई हो चुकी फ़ैसला ज़िकर में है कौन पहुँचाए फ़ैसला फरियादी अब क़ब्र में है डा राजीव “सागरी” Hindi · कब्र · फरियाद · फैसला · राजीव · सांगरी 140 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read तिलिस्म पीछे पड़ी पीढ़ा बहुत तो भीड़ में घुस गये दुःख जादू से करे कोई दूर भीड़ में घुस गये न दुख हुए दूर न हालात ही सुधरे कोई तो क्या... Hindi · अंधविश्वास · तिलिस्म · नसीब · राजीव · सांगरी 152 Share Dr. Rajeev Jain 8 Jul 2024 · 1 min read एहसान फ़रामोश बाजू से कोई गुज़रा बदज़ुबानी कर गया मुँह तो था उसीका अपने मुँह से कह गया क्या कहूँ उसको बोलना आता ही नहीं था बोलना कुछ सीखा दिया तो गाली... Hindi · Sagari · एहसान · औक़ात · कविता · राजीव 139 Share Dr. Rajeev Jain 16 Jun 2024 · 1 min read पिता आख़िर पिता है Father’s Day पिता क्या है जिसने खुद तपके मुझको रौशनी दी सूरज की तरह, मुसीबत खुद ओड़ के मुझे हिफाज़त दी अम्बर की तरह, पिता क्या है साथ दिया मुझको... Hindi · Fathersday · राजीव 150 Share Dr. Rajeev Jain 14 Jun 2024 · 1 min read बीती बिसरी लफ़्ज़ क्या कहेंगे जो अंदाज़ कहता है किस अदा पे दीवाना हुआ, कहां याद रहता है, क्या लेना देना झूठ से और सच भी क्या, शरारत में कहा हर झूठ,... Hindi · Sagari · कविता · ग़ज़ल · राजीव · शेर 2 139 Share Dr. Rajeev Jain 12 Jun 2024 · 1 min read संतुष्टि चाह घटी परवाह घटी घटी मन की पीर जतन तो कर मन भाव से आगे है तक़दीर डा राजीव “सागरी” Hindi · कविता · नज़्म · राजीव · संतुष्टि · सांगरी 1 165 Share Dr. Rajeev Jain 4 Jun 2024 · 1 min read कुछ करा जाये कहानी ख़त्म न हो तब तक पर्दा न गिराया जाये आशियाना बिखरने को है इसे पहले सजाया जाये खबर ऐसी है बिना पैर ख़ुद ही चल के जाएगी नफ़रत की... Hindi · कविता · घर · पेड़ · बसाएँ · राजीव 1 152 Share Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read सहज रिश्ता पत्थर शांत पानी को अक्सर छेड़ देता है गुलज़ार चमन की ख़ुशी को भेद देता है होता है क्या फिर तो पत्थर डूब जाता है क्या खोजें उसे जो ख़ुद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पत्थर · राजीव · सांगरी 2 234 Share Page 1 Next