Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2024 · 1 min read

दोस्त मेरी दुनियां

इस दुनियाँ में दोस्ती से बड़ा हासिल कोई हो नहीं सकता
जिसे दोस्त मिल जायें उसे कुछ चाहिए कह नहीं सकता

कोई रिश्ता इतना बराबर हो नहीं सकता
कहने को भाई भाई बहन बहन बराबर
पर उतना बराबर हो नहीं सकता

खून के रंग से गहरा रंग दोस्ती का
असली दोस्त मिल जाये उसका बुरा
ही नहीं सकता

डा राजीव सागरी

287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Rajeev Jain
View all

You may also like these posts

विनती
विनती
कविता झा ‘गीत’
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
Raju Gajbhiye
ले बुद्धों से ज्ञान
ले बुद्धों से ज्ञान
Shekhar Chandra Mitra
तकदीर
तकदीर
Sumangal Singh Sikarwar
सफर
सफर
krupa Kadam
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
shabina. Naaz
खूब लगाओ डुबकियाँ,
खूब लगाओ डुबकियाँ,
sushil sarna
*बादल और किसान *
*बादल और किसान *
Priyank Upadhyay
विज्ञापन कुछ ऐसे भी ☺️😊😊😊😊💐💐
विज्ञापन कुछ ऐसे भी ☺️😊😊😊😊💐💐
MEENU SHARMA
संबंध अगर ह्रदय से हो
संबंध अगर ह्रदय से हो
शेखर सिंह
वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर।
वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर।
अनुराग दीक्षित
Who am I?
Who am I?
R. H. SRIDEVI
खुश रहने से और नेकियाँ करने से बड़ी उम्र भी छोटी लगती है ,
खुश रहने से और नेकियाँ करने से बड़ी उम्र भी छोटी लगती है ,
Neelofar Khan
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
navneet kamal
तुम्हें सोचना है जो सोचो
तुम्हें सोचना है जो सोचो
singh kunwar sarvendra vikram
आओ मिलकर एक हो जाएँ !!
आओ मिलकर एक हो जाएँ !!
Nitesh Shah
अनन्यानुभूति
अनन्यानुभूति
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मूर्ति
मूर्ति
Shashi Mahajan
खुशी ना जाने कहा दफ़न हो गई,
खुशी ना जाने कहा दफ़न हो गई,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
समय ही तो हमारा जीवन हैं।
समय ही तो हमारा जीवन हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
🙌🍀👫 When choosing a life partner
🙌🍀👫 When choosing a life partner
पूर्वार्थ
चित्रकोट जलप्रपात
चित्रकोट जलप्रपात
Dr. Kishan tandon kranti
पितृ पक्ष
पितृ पक्ष
Rambali Mishra
😟 काश ! इन पंक्तियों में आवाज़ होती 😟
😟 काश ! इन पंक्तियों में आवाज़ होती 😟
Shivkumar barman
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
झूठे, लोलुप, स्वार्थी और आत्ममुग्ध लोगों से दिल्ली की मुक्ति
झूठे, लोलुप, स्वार्थी और आत्ममुग्ध लोगों से दिल्ली की मुक्ति
गुमनाम 'बाबा'
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
2999.*पूर्णिका*
2999.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझको इंतजार है उसका
मुझको इंतजार है उसका
gurudeenverma198
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...