Posts Tag: दुनियां 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read हमारे जैसी दुनिया हमारे जैसी दुनिया कहीं और होगी क्या ? सकल सृष्टि में …… हमारे जैसा ग्रह … कोई और होगा क्या? वहां भी ……. हमारे जैसा जीवन ऐसी माटी …… सागर,वन... Poetry Writing Challenge · ओजोन · जीवन · दुनियां · हमारे जैसी दुनिया 1 61 Share Mamta Singh Devaa 27 Jan 2024 · 1 min read दोगलापन पत्नी तुम्हारे कहने से मुस्कराए तुम्हारे कहने से जागे तुम्हारे कहने से सो जाए तुम्हारे घर में रहकर तुम्हारी सुविधाओं का भरपूर ख़्याल रखे इसके बावजूद उसके नाम के आगे... Poetry Writing Challenge · दुनियां · दोगलापन · पति · पत्नी · प्रेम 65 Share Dhriti Mishra 13 Jun 2023 · 1 min read जिस दिन से जिस दिन से, अपने अस्तितव को पहचाना है मैंने जिंदगी की उलझनों को ढ़केल जीने लगी हूं मैं । सुबह सवेरे की भागदौड़ जो छूटी थोड़ा आराम से देर तक... Poetry Writing Challenge · कविता · जिंदगी · दुनियां · महामारी · ये जिंदगी 76 Share *Author प्रणय प्रभात* 18 May 2023 · 1 min read ■ इलाज बस एक ही... #मर्म- ■ इलाज बस एक ही... ना आस, ना विश्वास। ना दीद, ना उम्मीद। ना मान, ना मनुहार। ना नफ़रत, ना प्यार। बस, वो उस पार, हम इस पार। बीच... Hindi · जीवन · दुनियां · मुक्तक · रिश्ते 125 Share *Author प्रणय प्रभात* 18 May 2023 · 1 min read #मेरे_दोहे #मेरे_दोहे ■ कपटी, कुटिल, कलही, कुतर्की कदापि विश्वस्त नहीं हो सकते। इस सच को भूलेंगे तो पछतावे के योग्य भी नहीं रहेंगे। ★प्रणय प्रभात★ Hindi · दुनियां · दोहा 1 129 Share *Author प्रणय प्रभात* 24 Apr 2023 · 2 min read #महसूस_करें... #महसूस_करें... ■ नक़ली दुनिया का असली सच...!! 【प्रणय प्रभात】 इस चमकदार संसार का ऊपरी और अंदरूनी सच आपस में कभी मेल नहीं खा सकता। इसी की एक मिसाल है आकर्षण... Hindi · आज का विचार · आज की बात · दुनियां · दुनियादारी 1 192 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ एकाकी जीवन ■ एक बड़ा सच... संरक्षण-विहीन लोगों की ज़िंदगी एक कटी पतंग से बेहतर नहीं। उसे हर कोई लूटने और कब्ज़े में लेने को बेताब रहता है। बिल्कुल बेनामी ज़मीन या... Hindi · जीवन · दुनियां · शेर 1 357 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Apr 2023 · 1 min read ■ विश्व-स्तरीय कुंडली #कुंडली ■ आशिक़ों-माशूक़ माशूक़ा यूक्रेन सी ठेंगा रही दिखाय। आशिक़ रशिया सा तना गोले रहा गिराय। गोले रहा गिराय देखती दुनिया सारी। यूएसए से बाप ने ना हिम्मत है हारी।... Hindi · कुंडली · दुनियां · सम सामयिक 1 333 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read #दोहा #दोहा ■ रिश्तों का सच... आज के दौर और आज की दुनिया में रिश्तों की हैसियत च्विंगम से बेहतर नहीं। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · दुनियां · दोहा · रिश्ते 1 242 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Mar 2023 · 1 min read #लघु_कविता :- #लघु_कविता :- ■ चेहरा.....!! 【प्रणय प्रभात】 "भावों को पढ़ना सरल नहीं, कोई मत गढ़ना सरल नहीं। अनुमान लगाना मुश्किल है, अंतर तक जाना मुश्किल है। मन बस कुछ देर बदलता... Hindi · असलियत · चेहरा · जीवन सार · दुनियां · लघुकविता 1 155 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 330 Share *Author प्रणय प्रभात* 5 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... #चिंतन ■ सबसे__अच्छा_बुरा_वक़्त 【प्रणय प्रभात】 बुरे वक्त से ज़्यादा अच्छा वक्त कोई हो ही नहीं सकता। इसमें पता चलता है कि आप कितनी ग़लतफ़हमियों, कितने मुगालतों में जी रहे थे... Hindi · कटाक्ष · चिंतन · जीवन · दुनियां · समय 1 233 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Feb 2023 · 10 min read ■ लीक से हट कर..... #मार्मिक_आलेख ■ आज "आंखों" देखा भी "झूठ" 【प्रणय प्रभात】 कहा जाता है कि कानों से सुना झूठ हो सकता है, मगर आंखों देखा नहीं। जबकि सौलह आना सच्चाई इस मान्यता... Hindi · आलेख · जीवन · दुनियां · राजनीति · सम सामयिक 1 204 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read ■ एक और शेर... ■ अटल सत्य... जो अपनी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं से विमुक्त हो जाता है, उसे कोई भी अपने अधीन नहीं कर सकता। न कोई मठाधीश, न कोई शासक।। यह हर युग... Hindi · जीवन · दुनियां · शायरी · शेर 1 165 Share *Author प्रणय प्रभात* 20 Feb 2023 · 1 min read ■ समझाइश... "दुनिया बड़ी ज़ालिम है। इसे किसी का सपना देखना भी नहीं सुहाता। सफल होते कैसे देखेगी किसी को?" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · दुनियां 1 323 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ जीवन सार... ■ एक ही निष्कर्ष.... आत्मकेंद्रित लोग प्रायः संसार सागर में एकाकी ही रह जाते हैं। मद के वशीभूत सह-अस्तित्व को अपने दम्भ के साथ नकारने की पीड़ा का आभास उन्हें... Hindi · जीवन · जीवन दर्शन · दुनियां · बड़ा सच 1 143 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ ज्यादा कौन लिखे? ■ दो मिसालें बहुत... "कभी अमृत समझ विष को सहज स्वीकार करता है। कभी कच्चा घड़ा लेकर नदी को पार करता है।। जिसे हम प्रेम कहते हैं दिखावों में नहीं... Hindi · दुनियां · प्रेम · मुक्तक · वेलेंटाइन डे · शाश्वत 1 179 Share *Author प्रणय प्रभात* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी बात.... ■ सीधी बात.... आपको किसी की उपेक्षा का सामना करना हो तो बस एक बार उसे अपने लिए विशेष होने का आभास करा दो। बस ख़ुद को तत्काल साबित कर... Hindi · अनुभूत · आज का विचार · एहसास · दुनियां · दुनियां दारी 1 373 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंताजनक ■ सबसे बड़ी भूख... आज की दुनिया में रोटी और सत्ता (बर्चस्व) स बड़ी एक भूख और भी है। जो लगातार कहर ढा रही है और बढ़ती ही जा रही... Hindi · आज की बात · चिंता और चिंतन · दुनियां · सम सामयिक 1 313 Share अनूप अम्बर 29 Oct 2022 · 1 min read जहां पर रब नही है एक जर्रा भी ना ऐसा, जहां पर रब नही है ये बात कुछ अलग है,तुमको खबर नही है । बोया जो बीज नेकियों का,वो जाया न जायेगा, ये बात अलग... Hindi · जीवन · दुनियां · बीज · मानव · ह्रदय 2 206 Share