Posts Tag: गीतिका 420 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * प्रीति का भाव * ** गीतिका ** ~~ ध्यान से शब्द हर एक बोलो। प्रीति का भाव रस खूब घोलो। आंख नम हैं सभी कुछ बताती। मत छुपाओ सभी राज खोलो। है थका सा... Hindi · गीतिका · छंद बाला 2 39 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * सत्य पथ पर * ** गीतिका ** ~~ बेकरारी में नहीं अब हाथ मलना चाहिए। जब जमाने में सभी को साथ चलना चाहिए। सत्य पथ पर कष्ट होंगे सब करेंगे हम सहन। अब स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 4 1 41 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 183 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * नाम रुकने का नहीं * ** गीतिका ** ~~ ज्ञान की शुभ रौशनी की ओर बढ़ना है हमें अब। है तमस अज्ञान का हर वक्त हरना है हमें अब। नाम रुकने का नहीं लेना कभी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · माधव मालती छंद 3 41 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read * फागुन की मस्ती * ** गीतिका ** ~~ सभी दिशाओं में रंगों को, बिखरा जाती होली। फागुन की मस्ती को लेकर, जब भी आती होली। खूब बहाते हैं रंगों को, घोल घोल पानी में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · फागुन · होली 1 1 44 Share डी. के. निवातिया 23 Mar 2024 · 1 min read खेलो रे होली, साथी खेलो रे - डी के निवातिया होली गीत *********** खेलो खेलो रे, खेलो खेलो रे, खेलो रे होली, साथी खेलो रे !! रंग लगाओ, सबको गले लगाओ, मौज मनाओ भाई गुंजिया खाओ, रंगो में रंगो के,... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · होली गीत 36 Share surenderpal vaidya 23 Mar 2024 · 1 min read * काव्य रचना * ** गीतिका ** विश्व कविता दिवस (२१मार्च) की हार्दिक शुभकामनाएं! ~~ काव्य रचना स्नेह की सरिता बहाती जा रही है। एक दूजे को सहजता से मिलाती जा रही है। शब्द... गीतिका · विश्व कविता दिवस · सार्द्धमनोरम छंद 1 1 33 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * मायने हैं * ** गीतिका ** ~~ आपसी मतभेद सारे पाटने हैं। तब कठिन होते समझने मायने हैं। सत्य क्या है और क्या मिथ्या यहां पर। जो हमें सब दिख रहा है सामने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · सार्द्धमनोरम 3 1 43 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * खूब खिलती है * ** गीतिका ** ~~ कली जब स्नेह की सुंदर हृदय में खूब खिलती है। समझ लो आ गया फागुन नयन से नींद उड़ती है। सभी खाली यहां आते व खाली... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 42 Share Aman Sinha 21 Mar 2024 · 2 min read विदाई कुछ दिन पहले तक ही तो,वो घुटनो के बल चलती थी अपनी तुतलाती भाषा में, पापा पापा कहती थी पहली बार जो अपने मुँह से, पहला शब्द वो बोली थी... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक · संस्मरण 43 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * शक्ति है सत्य में * ** गीतिका ** ~~ शक्ति है सत्य में जब समाहित सदा। साथ देना जरूरी बहुत सर्वदा। ये पराजित नहीं है कभी भी हुआ। है हमेशा रहा साथ मंगल प्रदा। सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 4 3 42 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * जिन्दगी में * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में हर समय है मुस्कुराना। चाहतों को चाहिए बस खिलखिलाना। आज दरवाजा खुला है ताजगी है। बंद अनुभूति बना देगी दिवाना। आंख में गहरा समुंदर... Hindi · गीतिका · सार्ध मनोरम छंद 1 1 39 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * सत्य एक है * ** गीतिका ** ~~ सत्य एक है जिनको ज्ञानी, अलग ढंग से कहते। ज्ञान सिंधु में सब मिल जाता, अविरल बढ़ते बढ़ते। सत्य भावनाओं से ऊपर, रौशन पथ करता है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · छंद सार 3 1 47 Share surenderpal vaidya 18 Mar 2024 · 1 min read * कौन है * ** गीतिका ** ~~ स्वच्छ है माहौल सबको भा रहा। कौन है कचरा यहां बिखरा रहा। जब निकलता जा रहा आगे समय। कौन है पीछे हमारे आ रहा। दीप क्यों... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 1 1 38 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2024 · 1 min read * मंजिल आ जाती है पास * ** गीतिका ** ~~ पथ पर आगे बढ़ते बढ़ते, मंजिल आ जाती है पास। मिट जाती है थकन राह की, मन में जग जाती है आस। तीव्र धूप पथरीले पथ... Hindi · आल्ह छंद · गीतिका 1 1 61 Share surenderpal vaidya 29 Feb 2024 · 1 min read * हासिल होती जीत * ** गीतिका ** ~~ भीषण संघर्षों के कारण, हासिल होती जीत। लिए विजय की ध्वजा साथ में, गाते गौरव गीत। सबको गले लगाएंगे हम, लेंगे सबका साथ। कोई नहीं पराया... Hindi · गीतिका · सरसी छंद 1 1 70 Share surenderpal vaidya 29 Feb 2024 · 1 min read * धीरे धीरे * ** गीतिका ** ~~ धीरे धीरे खोल दीजिए, बंद पड़ी अलमारी को। रहें सुरक्षित सारी चीजें, पूर्ण करें तैयारी को। लेकिन मन में राज हमेशा, कहां सुरक्षित रह पाते। कहां... Hindi · गीतिका · लावणी छंद 1 1 60 Share Godambari Negi 26 Feb 2024 · 1 min read प्रभात वर्णन देख सूरज लालिमा को, रात उठकर के चली। अब यहाँ क्या काम मेरा , सोचकर आँखें मली।। व्योम में फैला उजाला, खिल रही है हर दिशा। आँख फाड़े देखती है,... Hindi · गीतिका 1 124 Share surenderpal vaidya 26 Feb 2024 · 1 min read * किसे बताएं * ** गीतिका ** ~~ किसे बताएं मन की बातें, कौन सुनेगा यार। इस जीवन ने हर पल देखो, बहुत सहे हैं खार। सहन करेंगे स्वयं सभी कुछ, आगे भी चुपचाप।... Hindi · गीतिका · सरसी छंद 78 Share surenderpal vaidya 21 Feb 2024 · 1 min read * मुस्कुराना * ** गीतिका ** ~~ है जरूरी जिन्दगी में मुस्कुराना। हो सके तो अश्रु खुशियों के बहाना। कष्ट का अवसाद का आता समय जब। है कठिन तब आंसुओं को रोक पाना।... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · सार्द्धमनोरम 1 1 60 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * सुन्दर फूल * ** गीतिका ** ~~ सुन्दर फूल जगा देते हैं, मन में प्यार। लेकिन अल्प समय इनका है, जीवन सार। खिला खिला जीवन लाता प्रिय, मन में भाव। किंतु शूल हेतु... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · निश्चल छंद 3 1 62 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * बातें मन की * ** गीतिका ** ~~ बातें मन की कह डालो तुम, मन से आज। नहीं रहेगा देखो छुपकर, कोई राज। प्यार भरे शब्दों में होगी, जब फरियाद। बिना बताए कर डालेंगे,... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · निश्चल छंद 2 1 56 Share surenderpal vaidya 18 Feb 2024 · 1 min read * हिन्दी को ही * ** गीतिका ** ~~ हिन्दी को ही गले लगाएं, नित यह ध्यान धरें हम। अंग्रेजी का भूत भगाएं, यह शुभ कर्म करें हम। आजाद देश प्रिय भारत की, महिमा का... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · सार छंद · हिन्दी 2 1 84 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है... आंसुओं से कोई तस्वीर पिघली है, हाल ही में मुझे छूकर मौत गुजरी है ।। यहां रास्तों पर मुझे ठोकर मिली है, आज भी होंठो की हंसी बिखरी है ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · पुस्तक समीक्षा · संस्मरण 2 74 Share manjula chauhan 17 Feb 2024 · 1 min read तपकर तपकर लोहा बन गए जब, तो सोने मे ढलने की चाहत नहीं। जीवन संघर्ष बना रहे तो ही सही है, मधुबन मे रहने की अब चाहत नहीं। Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 1 36 Share surenderpal vaidya 17 Feb 2024 · 1 min read * जिन्दगी की राह * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी की राह में होती मधुर अनुभूतियाँ। खिलखिलाते स्नेह की चढ़ते सहज हम सीढियाँ। चुन लिया करते सहज ही लोग अक्सर देखिए। जब कभी दिखती उन्हें... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · छंद गीतिका 1 1 64 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2024 · 1 min read * मुस्कुराते नहीं * ** गीतिका ** ~~ आप क्यों मुस्कुराते नहीं हैं। स्नेह मन में जगाते नहीं हैं। छोड़ कर देखिए उलझनों को। आप हिम्मत जुटाते नहीं हैं। आस का एक दीपक जलाकर।... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · बाला छंद 1 1 66 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * सामने आ गये * ** गीतिका ** ~~ सामने आ गये मुस्कुराते हुए। जल उठे हैं ह्रदय में अनेकों दिए। अब हमें यह पता चल गया क्या कहें। हम निशा में भटकते हुए क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 83 Share Bodhisatva kastooriya 15 Feb 2024 · 1 min read अनुराग मुझे तुमसे अनुराग कितना है? पुष्प में मीठा पराग जितना है!! भ्रमर स्वादन चाहे कितना करे, पुनर्निर्माण का सम्भाग उतना है!! मुझे तुमसे... माँ की ममता दूध से बहती है... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 75 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * हो जाओ तैयार * ** गीतिका ** ~~ हो जाओ तैयार, कठिन पथ पर चलना है। मत करना आराम, अहर्निश जब बढ़ना है। ऊंचे शिखर विशाल, चुनौती देंगे हमको। कर लेंगे सब पार, जोश... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · रोला छंद 1 1 45 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * भावना स्नेह की * ** गीतिका ** ~~ भावना स्नेह की क्यों छिपाते रहे। खूबसूरत अधर मुस्कुराते रहे। देखकर डालियों पर खिले फूल हैं। गीत हम स्नेह से गुनगुनाते रहे। मधुर खूब ऋतुराज का... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 1 78 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * नहीं पिघलते * ** गीतिका ** ~~ नहीं पिघलते हैं कभी, पत्थर दिल इन्सान। मुखड़े पर आती नहीं, स्नेह भरी मुस्कान। प्रस्तर प्रतिमा भी सहज, मन को लेती जीत। उससे बढ़ जाती सदा,... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · दोहा गीतिका 1 1 51 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read जिस दिन से बिटिया रानी - डी के निवातिया जिस दिन से बिटिया रानी, मेरे आँगन छोड़कर चली गयी, मिलन को तरस रहे है नैना, क्यों बाबुल की गली भूल गयी !! निर्झर बरसते है मेरे नैना, जैसे सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · गीतिका 1 68 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया विधा: ग़ज़ल बह्र का नाम: बहरे हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान: मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मात्राएँ: 1222 1222 1222 १२२२ ***** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 69 Share surenderpal vaidya 5 Feb 2024 · 1 min read * राष्ट्रभाषा हिन्दी * ** हिन्दी का सम्मान ** शासन के सब कार्यों में जब हिन्दी का सम्मान न होगा। तब तक दुनियां में भारत का सबसे ऊंचा स्थान न होगा। अपनी भाषा बिन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका · राष्ट्रभाषा हिन्दी 1 90 Share Aman Sinha 5 Feb 2024 · 2 min read जीवन साथी जीवन साथी है वो मेरी, साथ हमेशा रहती है सुख हो या हो दुःख के दिन, पास सदा वो रहती है साथ फेरों का बंधन बांधे, घर मेरे जब आई... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक 87 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read साजन तुम आ जाना... सावन के आने से पहले, साजन तुम आ जाना। बदरा घिर आने से पहले, साजन तुम आ जाना। जो ना तुम आए तो प्रियतम, आँसू आ जाएँगे। कजरा बह जाने... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 1 98 Share Godambari Negi 3 Feb 2024 · 1 min read 'मुट्ठीभर रेत' चमकता चाँदी सा बालू का खेत। भर लाऊँ मैं बस मुट्ठीभर रेत।। नदिया का सुंदर सा किनारा। प्रकृति का अद्भुत इक नजारा।। मचलता है मन होकर बैचेन। ये ईश्वर की... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 35 Share Godambari Negi 1 Feb 2024 · 1 min read 'प्रभात वर्णन' देख सूरज लालिमा को, रात उठकर के चली। अब यहाँ क्या काम मेरा , सोचकर आँखें मली।। व्योम में फैला उजाला, खिल रही है हर दिशा। आँख फाड़े देखती है,... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 55 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read इस तरह क्या दिन फिरेंगे.... जो छलेंगे, वो फलेंगे। इस तरह क्या दिन फिरेंगे ? डग न सीधे भर रहे जो, पर लगा नभ में उड़ेंगे। आज हम उस राह पर हैं, जिस राह बस... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 1 105 Share विक्रम कुमार 30 Jan 2024 · 1 min read बिहार अब बिहार में राजनीति का रहा न कोई जोड़ फिर से भागे चाचाजी एक बार भतीजा छोड़ बड़ी -बडी़ बातें करते थे बड़े - बड़े थे दावे कुर्सी के लालच... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 100 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read अनंत का आलिंगन न जाने किसकी आँखों से बरस रहा सावन बिन सावन बूंदे अति शीतल हैं फिर भी छलनी सीना होता क्यों साजन न जाने किसकी आँखों से.................... झर-झर झर-झर बरसे नैना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका 9 254 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read इक तेरे सिवा तुमसे हटकर सोचूं भी क्या, इक तेरे सिवा जगत रखा क्या पंचतत्व में तुम ही समाये , तुमसे सुन्दर जगत में और क्या ......... ये तारे, नज़ारे सब तुम्हारे इशारे,सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका 10 2 164 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jan 2024 · 1 min read मेरे कलाधर श्यामल शस्य भू नीला अम्बर , शोभित मध्य मेरे कलाधर शास्वत सत्य डारि बाघम्बर, गुंजित बम-बम और हर-हर स्वर शोभित मध्य मेरे कलाधर ................ अजानुबाहु आशीष को देते, मन निर्मल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका 9 152 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jan 2024 · 1 min read मिलन की वेला सायंकाल फिर मिलन की वेला, तेरी राह निहारेगी मैं तोडूंगा धीर स्वयं का, तू वेसुध होकर आएगी ............ लाज से भरे तेरे नैनन में, प्रेम रिक्त रह जाएगा अपने हाथों... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 9 181 Share surenderpal vaidya 27 Jan 2024 · 1 min read * मिल बढ़ो आगे * ** आगे निरन्तर ** ~~ देश हित की जिन्दगी को सब जियो आगे निरन्तर, मात कर सब संकटों को मिल बढ़ो आगे निरन्तर। हाथ में थामें तिरंगा नित बढ़ें आगे... Poetry Writing Challenge-2 · आह्वान · गीतिका 1 1 62 Share surenderpal vaidya 27 Jan 2024 · 1 min read * सुन्दर झुरमुट बांस के * * गीतिका * ~~ हर मौसम को सह जाते हैं सुन्दर झुरमुट बांस के हर धरती पर उग आते हैं सुन्दर झुरमुट बांस के मैदानी भागों से लेकर पर्वत वाली... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · बांस 1 1 71 Share surenderpal vaidya 23 Jan 2024 · 1 min read * आओ ध्यान करें * ** गीतिका * ~~ दशरथ नंदन राम का, आओ ध्यान करें। भावपूर्ण शुभ भक्ति का, हम रसपान करें। हर्षित होकर देखते, प्रभु निज धाम स्वयं। दिव्य रूप छवि भव्य है,... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · जय श्रीराम 1 1 99 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read तुम सत्य हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो, शाश्वत तुम ही शिव अर्थ हो तुमसे ही मेरे अर्थ सारे, बिन तेरे सबकुछ व्यर्थ हो तुम सत्य हो तुम नित्य हो,शाश्वत तुम ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीतिका 13 1 593 Share surenderpal vaidya 22 Jan 2024 · 1 min read * आए राम हैं * राष्ट्रीय पर्व महोत्सव ** जय श्रीराम ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ** गीतिका ** ~~ धर्म का जय रथ लिए निज धाम आए राम हैं। विश्व नभ पर आज हर्षित खूब छाए राम... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · राम हैं 1 1 81 Share Previous Page 2 Next