Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 6 Next भरत कुमार सोलंकी 20 May 2024 · 1 min read मै बेरोजगारी पर सवार हु विसय. बेरोजगारी पर सवार विधा. मुक्तक दिनांक. २०:५:२०२४ 212 212. 212. 22 जिन्दगी का एक पल अब हावि हैं". बन्दगी की सादगी आजादी है ! बरस कई बीत गये यही... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 86 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read खामोस है जमीं खामोस आसमां , खामोस है जमीं खामोस आसमां , दिल की तड़फ बताऊँ किसे कोई नहीं यहाँ | खामोस है जमीं खामोस आसमां खामोस है जमीं खामोस आसमां खुद को खुद में ढूढते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 75 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे मैं अस्क पे अस्क बहता रहा , वो मेरे अस्कों में आशिया बनाते रहे मैं जख्म पे जख्म खाता रहा , वो मेरे जख्मों में नमक लगाते रहे , मैं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म 1 122 Share भरत कुमार सोलंकी 20 May 2024 · 1 min read मेरा वजूद क्या " मेरा वजूद क्या है ?" बचपन में मैं मां मांकी गोद में पलकर , बिन चाहत के उतरा खिलौनो को देखकर अपनो के लाड़ में पलकर , आदत से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share भरत कुमार सोलंकी 20 May 2024 · 1 min read मेरा वजूद क्या है " मेरा वजूद क्या है ?" बचपन में मैं मां मांकी गोद में पलकर , बिन चाहत के उतरा खिलौनो को देखकर अपनो के लाड़ में पलकर , आदत से... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share Taj Mohammad 19 May 2024 · 1 min read सारे निशां मिटा देते हैं। जख्म देकर खुद ही मरहम लगा देते हैं। ऐसे गुनाह करके वो सारे निशां मिटा देते हैं।। गंदगी से दिल उनका बड़ा अफरोज है। पर वुजू से खुद को पाक... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 85 Share Taj Mohammad 19 May 2024 · 1 min read हम उफ ना करेंगे। करते रहो सितम हम उफ ना करेंगे। पर गैर बनने की सोची तो चुप ना रहेंगे।। खुद से ज्यादा चाहते है हम तुमको। जरा सी नफरत तुम्हारी सह ना सकेंगे।।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 114 Share भरत कुमार सोलंकी 18 May 2024 · 2 min read लड़को की योग्यता पर सवाल क्यो हमारी योग्यता पर सवाल क्यो रख तानो को मन पर ख्यालो को खोजते है छोड सवालो को लालची मन का पता नही शादी पर लडको की योग्यता पर सवाल क्यो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 85 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं गज़ल 1212/1122/1212/22(112) चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं। करूं मैं प्यार उसे, उसको ये पता भी नहीं। ये इश्क मुश्क भी होता है रब की मर्जी से,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 113 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले। ग़ज़ल 2212/1212/2212/12 मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले। दिल से हमारा साथ दे वो हमसफ़र मिले।1 जीना कठिन हो राह में जब ऐसी धूप हो, तपते बदन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 66 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों। चांद से पूछा 😂😂😂😂 मुक्तक चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों। बुरा न मानो तो कह दें, ये गहरे-गहरे गड्ढे क्यों। आग बबूला हुआ चांद बोला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी। (चाॅंद की मां का दर्द) 😂😂😂😂😂😂 मुक्तक चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं, आज तुम्हें बताऊंगी। इसका दर्द सहा है मैंने, अब मैं नहीं छुपाऊंगी। जन्मा था जब चांद नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है। गज़ल 1222/1222/1222/122 वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है। है राखी प्यार का बंधन महज धागा नहीं है।1 वो भाई क्या है जिसने प्यार बहना का न पाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 87 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तुम्हारा प्यार मिले तो मैं यार जी लूंगा। गज़ल 1212/1122/1212/22 तुम्हारा प्यार मिले तो मैं यार जी लूंगा। सुखों की चाह नहीं गम हजार जी लूंगा। 1 कई जनम में मुझे साथ तुम न दो जानम, मैं एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read उनकी उल्फत देख ली। गज़ल 2122/212 उनकी उल्फत देख ली। सारी दौलत देख ली। 1 कैसे तुम पर हो यकीं, अब हकीकत देख ली। 2 प्यार की प्रतिमूर्ति जो, वो इमारत देख ली। 3... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे। मुक्तक इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे। जन जन के मन से जीवन से कैसे इसे हटाओगे। सरकारों ने जाने कितने इंडिया और बना डाले, स्टार्टअप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read नहीं खुशियां नहीं गम यार होता। गज़ल 1222/1222/122 नहीं खुशियां नहीं गम यार होता। अगर चे ये नहीं संसार होता। 1 नहीं मिलते बिछड़ते हम किसी से, न खुश होता न दिल बेज़ार होता। 2 न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए। गज़ल 2122/2122/212 मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए। बस उन्हें खाने कमाने दीजिए।1 कीजिए अहसान उन पर बस यही, हर कदम खुल कर बढ़ाने दीजिए।2 जुगनुओं में है अगर चे हौसला, चांद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जम़ी पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए। गज़ल 1222/1222/1222/12 ज़मीं पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए। लगी जो आग नफ़रत की वो बुझनी चाहिए।1 न टिक पाएं कभी फिर मेघ गम के दोस्तो, हवाएं प्यार की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 84 Share Neeraj Mishra " नीर " 17 May 2024 · 1 min read जमाने से विद लेकर.... आज के बाद मैं तुझे याद नहीं आऊँगा जमाने से विद लेकर कही दूर चला जाऊंगा | रुख बदलती हवों के संग तु भी बदल जाएगा रिस्ता क्या तेरा मुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 107 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read क्या से क्या हो गया देखते देखते। 212/212/212/212 क्या से क्या हो गया देखते देखते। जो भी था खो गया देखते देखते।1 खौफ से जिसकी जगते थे शामों शहर, आज वो सो गया देखते देखते।2 प्यार तन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 82 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read कभी जब आपका दीदार होगा मुक्तक 122/2122/2122 कभी जब आपका दीदार होगा। तभी पूरा अधूरा प्यार होगा। कि होंगे हम तुम्हारे तुम हमारे, तभी इज़हार औ'र इकरार होगा। ........✍️सत्य कुमार प्रेमी Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read कभी जब आपका दीदार होगा। गज़ल 122/2122/2122 कभी जब आपका दीदार होगा। तभी पूरा अधूरा प्यार होगा।1 कि होंगे हम तुम्हारे तुम हमारे, तभी इज़हार औ'र इकरार होगा।2 तुम्हारे मिलने से दुनियां बसेगी, हमारा भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हमको गैरों का जब सहारा है। गज़ल 2122/1212/22(112) हमको गैरों का जब सहारा है। कैसे कह दें कोई हमारा है। दर्द बेहद दिया है अपनों ने, गम नहीं दुश्मनों ने मारा है। उसको दुत्कारिए न इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आप से दर्दे जुबानी क्या कहें। मुक्तक आप से दर्दे जुबानी क्या कहें। आपसे अपनी कहानी क्या कहें। आपके ये ज़ख्म गहरे देखकर, आ गया आंखों में पानी क्या कहें। ......✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read 2122/2122/212 गज़ल 2122/2122/212 कहते हैं वो खानदानी है बहुत। खून में उसके रवानी है बहुत।। लोग प्यासे मर रहे हैं अनगिनत, यूं तो चारो ओर पानी है बहुत। जो किया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 83 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तुम बिन रहें तो कैसे यहां लौट आओ तुम। गज़ल 221/2121/1221/212 तुम बिन रहें तो कैसे यहां लौट आओ तुम। यूं छोड़ कर गए हो कहां लौट आओ तुम। हर ओर थी खुशी ही खुशी तुम जो पास थे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 91 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हार से भी जीत जाना सीख ले। ग़ज़ल 2122/2122/212 हार से भी जीत जाना सीख ले। तू गमों से प्यार करना सीख ले। गम न कर गिरने का तू बस चलता जा, गिरने से पहले सॅंभलना सीख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है। गज़ल 2122/2122/2122/212 पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है। चांद तारे और सूरज जगमगाता कौन है।1 कौन है सबका पिता बन कर जो सबको पालता, प्यार से हम सबको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना। गज़ल 122/122/122/122 तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना। कि आएगा इक दिन समाॅं वो सुहाना।1 जहां जानता है वो चाहत है मेरी, जिसे चाहता हूं उसी ने न जाना।2 यही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 149 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है। गज़ल 221/1222/221/1222 जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है। अब मुक्ति मिले कैसे गंगा में नहाया है। पाला है जिसे उसने आश्रम भिजवाया है। जो दर्द सहा मां ने वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read बेहद दौलत भरी पड़ी है। गज़ल 22/22/22/22 बेहद दौलत भरी पड़ी है। प्यार मुहब्बत दूर खड़ी है।1 दिल से है कंगाल आदमी, इज्ज़त उसकी बहुत बड़ी है।2 भूल चुका है वक्त की कीमत, पहने महगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। वफ़ा पर वफ़ा मैं किए जा रहा हूॅं।1 दिये दूसरों को सदा दर्द तोहफें, वही कर्म फल अब लिए जा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मत गमों से डर तू इनका साथ कर। गज़ल 2122/2122/212 मत गमों से डर तू इनका साथ कर। जिंदगी है इन से दो दो हाथ कर।1 जिंदगी तेरे हवाले कह दे तू, जो भला मेरे लिए हे नाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 111 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। गज़ल 221/2121/1221/212 गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। जिनको पड़ोसियों से कोई वास्ता न था।1 वो जिंदगी से जंग भी अच्छी लगी मुझे, उस वक्त जाति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। गज़ल 212/212/212/212 जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। उसको अपना बना पाना मुश्किल बहुत।1 दीप जिसको बुझा दे ज़रा सी हवा, उसका आंधी में टिक जाना मुश्किल बहुत।2 पैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इक अदा मुझको दिखाया तो करो। मुक्तक इक अदा मुझको दिखाया तो करो। जुल्फ चेहरे पर गिराया तो करो। चांद सा चेहरा दिखाने के लिए, नाज़-ओ-नखरे से हटाया तो करो। ........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। मैं भटकों को रस्ता दिखाने चला हूॅं।1 रहे हैं अधूरे जो भी ख्वाब अब तक, कि मैं ऐसे सपने सजाने चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 64 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गोरा है वो फिर भी काला लगता है। गज़ल गोरा है वो फिर भी काला लगता है। बीबी का भाई है साला लगता है।😊 घर पर जब भी आती है साली मेरी, साढ़ू मुझको इक रखवाला लगता है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तुम्हारी दुआ। गज़ल 122/12 तुम्हारी दुआ। हमारी दवा।1 गुज़ारिश यही, न देना दगा।2 खुदा की कसम, तू है मरहवा।3 कि मर जाएंगे, न तू यूं सता।4 हैं तन से अलग, न दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 84 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। गज़ल 221/2121/1221/212 दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। इंसां वही है आज भी चेहरा बदल गया।1 लड़के व लड़़कियाॅं भी सभी एक सी दिखें, परवरदिगार कैसा जमाना बदल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। गज़ल 2122/2122/2122 मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। भूखे प्यासे जूझते हैं हर कमी से।1 कुछ करो जो गम के मारे मुस्कुराएं, कुछ पलो को दूर होकर बेबसी से।2 क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। दीपावाली- एक गज़ल तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। बहुत मुबारक प्रियवर तुमको खुशियों भरी दिवाली हो। दुख की धूप कभी न आए, खुशियों की बरसात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 91 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। मुक्तक बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। बच्चे हैं इक फूल जो कलियां होते हैं। कल बेकल हो जाता है,बच्चों के बिन, बच्चे ही तो कल की खुशियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 96 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। 👭बाल दिवस पर बधाई 🧑🤝🧑 मुक्तक -1- जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। जिनके बिन हर सुख भी बौना लगता है। जिनसे प्यार किया है चाचा नेहरू ने, उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। गज़ल 221/2121/1221/212 यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। हाथों में हाथ हों न हों पर दिल मिला रहे।1 गुलशन की रंग-ओ-खशबू बिखरती रहे सदा, हर फूल डाली पर यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो उसने दर्द झेला जानता है। गज़ल 1222/1222/122 जो उसने दर्द झेला जानता है। वो पल पल कैसे टूटा जानता है।1 ग़रीबी या अमीरी में पला जो, कहां मिलता है सोना जानता है।2 सफलता भी उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू बस खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 2 min read खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। गीत- जीवन क्या है समझ न पाए समझ रहे हैं खेल। खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। (कि भैया जीवन है ये रेल) मां की कोख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share Previous Page 6 Next