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Tag: शायरी
168 posts
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हाथ में तेरा हाथ रहे
हाथ में तेरा हाथ रहे
एकांत
कौन सी खूबसूरती
कौन सी खूबसूरती
जय लगन कुमार हैप्पी
आज की प्रस्तुति: भाग 3
आज की प्रस्तुति: भाग 3
Rajeev Dutta
आज की प्रस्तुति: भाग 4
आज की प्रस्तुति: भाग 4
Rajeev Dutta
बदल दी
बदल दी
जय लगन कुमार हैप्पी
दोस्ती
दोस्ती
Surya Barman
खूबसूरती
खूबसूरती
जय लगन कुमार हैप्पी
शायरी
शायरी
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
■ ग़ज़ल / मंज़िल_नहीं_थी
■ ग़ज़ल / मंज़िल_नहीं_थी
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार तो वह हैं
प्यार तो वह हैं
एकांत
वक्त और रिश्ते
वक्त और रिश्ते
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
■ एक मुक्तक...
■ एक मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
मोहब्बत मेरी थी
मोहब्बत मेरी थी
जय लगन कुमार हैप्पी
शेर
शेर
Monika Verma
मिसाइल मैन को नमन
मिसाइल मैन को नमन
Dr. Rajeev Jain
आज की प्रस्तुति: भाग 6
आज की प्रस्तुति: भाग 6
Rajeev Dutta
ग़ज़ल 17
ग़ज़ल 17
Pallavi Mishra
रस्म
रस्म
जय लगन कुमार हैप्पी
■ एक और शेर...
■ एक और शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
■ आज की बात...
■ आज की बात...
*Author प्रणय प्रभात*
नजरों से समझ लिया करो दिले जज्बात
नजरों से समझ लिया करो दिले जज्बात
एकांत
गम
गम
जय लगन कुमार हैप्पी
ख्याल
ख्याल
शिव प्रताप लोधी
ग़ज़ल 23
ग़ज़ल 23
Pallavi Mishra
#एक_गजल
#एक_गजल
*Author प्रणय प्रभात*
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज की प्रस्तुति: भाग 7
आज की प्रस्तुति: भाग 7
Rajeev Dutta
ग़ज़ल 3
ग़ज़ल 3
Pallavi Mishra
ग़ज़ल 5
ग़ज़ल 5
Pallavi Mishra
चाहत
चाहत
जय लगन कुमार हैप्पी
जब बरसात आती हैं
जब बरसात आती हैं
एकांत
ग़ज़ल 25
ग़ज़ल 25
Pallavi Mishra
#ग़ज़ल #अवधेश_की_ग़ज़ल अमन की बात करते ही जिन्हें कई बार देखा है ।
#ग़ज़ल #अवधेश_की_ग़ज़ल अमन की बात करते ही जिन्हें कई बार देखा है ।
Awadhesh Saxena
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
याद आती हैं
याद आती हैं
एकांत
नज़्म (
नज़्म ("सज़ा-ए-मोहब्बत")
Sandeep Singh Chouhan "Shafaq"
तुझे भी मुझसे प्यार हैं
तुझे भी मुझसे प्यार हैं
एकांत
आज फिर
आज फिर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
यूं चुप से वो
यूं चुप से वो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तेरा होना जरूरी हैं
तेरा होना जरूरी हैं
एकांत
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल 18
ग़ज़ल 18
Pallavi Mishra
ग़ज़ल 20
ग़ज़ल 20
Pallavi Mishra
राह देखता हूं
राह देखता हूं
शिव प्रताप लोधी
घास को बिछौना बना कर तो देखो
घास को बिछौना बना कर तो देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sandeep Singh Chouhan "Shafaq"
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
दीवार का साया
दीवार का साया
Dr. Rajeev Jain
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
ज़ैद बलियावी
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