Posts Tag: मुक्तक 11k posts List Grid Previous Page 4 Next अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 7 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक जहां भी मिल जाती है ठंडी मीठी छांव वहीं रात गुजर कर लेता हूं चंद फूलों की खुशबू को ही फूलों का गुलशन कर लेता हूं l नहीं इंतजार करता... Hindi · मुक्तक 1 108 Share surenderpal vaidya 5 Feb 2024 · 1 min read * कुछ पता चलता नहीं * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~ कुछ पता चलता नहीं अब, कौन क्यों बन मीत आया।। भाव मन में स्वार्थ पूरित, कौन लेकर मुस्कुराया। मुँह छुपाए फिर रहे सब, हो परीक्षा की... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 1 70 Share Dushyant Kumar 5 Feb 2024 · 1 min read *हुस्न से विदाई* बाइक थी उसकी शौक सवारी, घूमने की थी फुल तैयारी। करतूतें थी उसकी न्यारी, यात्राएं लगती थी उसे प्यारी। ना पढ़ाई की थी तैयारी, भाड़ में जाए दुनियादारी। भीड़ खचाखच... Hindi · कविता · मुक्तक 1 54 Share Aman Sinha 5 Feb 2024 · 2 min read जीवन साथी जीवन साथी है वो मेरी, साथ हमेशा रहती है सुख हो या हो दुःख के दिन, पास सदा वो रहती है साथ फेरों का बंधन बांधे, घर मेरे जब आई... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक 87 Share Ravi Prakash 5 Feb 2024 · 1 min read *उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )* *उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )* ________________________ उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है परस्पर शुद्ध भावों का सुखद संचार होता... Hindi · Quote Writer · माता पिता · मुक्तक 115 Share Ravi Prakash 3 Feb 2024 · 1 min read *सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)* *सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)* _________________________ सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है धरा का स्वर्ग को मानो, मधुर रस रास आया है धड़कने लग गए... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · वसंत 79 Share Suraj Mehra 2 Feb 2024 · 1 min read लक्ष्य जब तुम पूरी तरह से दक्ष हो, परिस्थितियां चाहे विपक्ष हो। झोंक देना खुदको ज्वालाओं मे, सामने पुकारता जब लक्ष्य हो।। Hindi · मुक्तक 95 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक शहरों के पार्क में न तो जुल्फों की छाँव में मिलता अज़ब सुक़ून है आकर के गाँव में लगता है कोई राग सुनाती हैं कोयलें पाजेब जब छमकते हैं गोरी... Hindi · मुक्तक 77 Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2024 · 1 min read किसी भी बात की चिंता... किसी भी बात की चिंता ऐ यार मत करना भले तू होड़ के दरिया को पार मत करना तुम्हारी जिंदगी माँ बाप की अमानत है गलत कदम का भुला कर... Hindi · मुक्तक 100 Share Ravi Prakash 2 Feb 2024 · 1 min read *खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)* *खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)* ________________________ खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं यहॉं दिल हार कर प्रेमी, सुखद... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · वसंत 72 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read छंद घनाक्षरी... कृपाण घनाक्षरी-श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में, हुए... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 3 116 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी.... १-हे प्रभु ले अवतार... अद्भुत यह संसार, समझ न आए पार, फँसी नाव मझधार, कर प्रभु बेड़ा पार। लेकर धर्म की आड़, करें सभी खिलवाड़, मेटे से मिटे न राड़,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 104 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * वर्षा ऋतु * ** मुक्तक ** ~~ रिमझिम बारिशों का क्रम लिए सावन चला आया। मेघों से भरा नभ खूब सब के मन को है भाया। बहुत उत्सुक हुआ है मन मिलन की... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · वर्षा ऋतु 1 50 Share Dr Archana Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे ख्वाब पतझड़ के जैसे बिखरते रहे ज़िंदगी में न सावन की आई बहार नैन ही बादलों से बरसते रहे डॉ अर्चना गुप्ता... Hindi · मंच · मुक्तक 1 57 Share आकाश महेशपुरी 31 Jan 2024 · 1 min read बहुत दागी यहाँ पर हैं बहुत दागी यहाँ पर हैं कोई मिलता नहीं फेयर बहुत खोजो तो सच्चा आदमी मिल जाएगा रेयर न जाने सत्य की नेता से क्यूँ उम्मीद करते हो नहीं वो झूठ... Hindi · मुक्तक 59 Share Dr Archana Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है हर इक हिंदुस्तानी इसको,अपना शीश झुकाता है लगे बहुत ही प्यारा इसका,श्वेत- हरा केसरिया रँग यही तिरंगा हमको अपनी,इक पहचान दिलाता... Hindi · देशभक्ति · मुक्तक 1 49 Share Ravi Prakash 31 Jan 2024 · 1 min read *जो लूॅं हर सॉंस उसका स्वर, अयोध्या धाम बन जाए (मुक्तक)* *जो लूॅं हर सॉंस उसका स्वर, अयोध्या धाम बन जाए (मुक्तक)* ________________________ बसाकर राम बालक-रूप, देह अभिराम बन जाए खिला दशरथ का ऑंगन ज्यों, मगन मन श्याम बन जाए सदा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · राम 111 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किन्नर व्यथा... हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा, कमी कोई नहीं जिसमें,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 83 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 105 Share आकाश महेशपुरी 30 Jan 2024 · 1 min read छलने लगे हैं लोग देकर यकीन साथ का छलने लगे हैं लोग लालच की गोद में यहाँ पलने लगे हैं लोग कहने को आदमी हैं मगर स्वार्थ के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलने... Hindi · मुक्तक 50 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 108 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 77 Share लक्ष्मी सिंह 28 Jan 2024 · 1 min read इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है । इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है । बिछा मोह का ताना-बाना, मानव इसमें क्यों जलता है। मृणमय जीव ब्रह्म है चिन्मय, अणु -कण में उसकी सत्ता... Hindi · Quote Writer · कोटेशन · मुक्तक 142 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन १- ढूँढते हैं प्राण पागल, धूप में भी छाँव। चाँदनी नीचे बिछी पर, जल रहे हैं पाँव। शांत नीरव रात में भी, मचा मन में शोर। चाँद गुपचुप नैन खोले,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 120 Share Dushyant Kumar 27 Jan 2024 · 1 min read *भ्रष्टाचार* आज है भ्रष्टाचार का युग हुआ, चारों ओर है भ्रष्टाचार। कोई क्षेत्र नहीं बचा है, राजनीति हो या व्यापार। राजनीति हो या व्यापार, इससे कोई बच नहीं पाया। भ्रष्टाचार के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 2 76 Share surenderpal vaidya 27 Jan 2024 · 1 min read * चलते रहो * ** मुक्तक ** ~~ कार्य सब होते समय पर कष्ट कुछ सहते रहो। जल्दबाजी छोड़ कर कुछ धैर्य भी धरते रहो। साथ देता है समय हालात जब अनुकूल हो। सामने... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका छंद · मुक्तक 1 1 53 Share surenderpal vaidya 26 Jan 2024 · 1 min read * उपहार * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बहुत अनमोल जीवन में समझ लो प्यार होता है। सुपावन और नैसर्गिक यही उपहार होता है। कहीं भी स्वार्थ की चाहत नहीं होती जहां कोई। वहां... Hindi · भेंट उपहार · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 96 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 5 min read वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से) वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। प्रेरणा है वो, मुझे प्रेरणा देकर जाती है। वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। उसका गोल चांद सा चेहरा, मासूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 72 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 2 min read *यातायात के नियम* यातायात नियम बताता, हाथ जोड़कर तुम्हें समझाता। ये बात लो मेरी मान, यातायात पर दो सब ध्यान। करो यातायात नियम का पालन, मेरी बात लो मान। जीवन मूल्यवान है, हर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 109 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *बेटी की विदाई* एक तरफ नजारा खुशियों का, रंग बिरंगे फूल मालाएं गलीचे, रंगभूमि आतिशबाजी का शोर, कहीं बाजे डीजे की झंकार। कहीं पायलों की छम छम,कही रंगों की बहार। चारों ओर खुशी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 74 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *हम किसी से कम नहीं* हम किसी से कम नहीं, जवाब देना जानते हैं। दिल की गहराइयों को, हम समझना जानते हैं। आप ठहरे फिरंगी, तुम क्या जानो हमारी। तकदीरों की लकीरों को हम बदलना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 53 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *मानव शरीर* कोशिका ऊतक अंग, अंगतंत्र और अस्थि से बना शरीर। सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ है, यह मानव शरीर। 639 पेशियां इसमें, 206 हैं अस्थियां। 12 जोड़ी होती हैं, मानव शरीर में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 67 Share Aman Sinha 25 Jan 2024 · 2 min read आक्रोष खून खौल उठता है मेरा, आँख से आंसू बहते है एक बच्ची की स्मिता लुटी है, कैसे हम सब चुप बैठे है? कायर है लोग आजके, जो कहने से भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 100 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 3 min read *गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)* आजादी तो हक है मेरा, बेगुनाह को फांसा क्यों? रोम रोम में कपट तुम्हारे, देते क्यों दिलासा यूं? चोर उचक्के और लुटेरे, चारों ओर मिल जाएंगे। दया ईमान व सच्चे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 2 50 Share Ravi Prakash 25 Jan 2024 · 1 min read *राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)* *राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)* ________________________ राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का राम अर्थ है लोभ-मोह से, रहित हृदय निष्काम का जिसके... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · राम 149 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *कौन है इसका जिम्मेदार?(जेल से)* व्यवस्था पर सवाल उठाता, सब जन को यह बात बताता। ध्यान लगाकर पढ़ना सुनाना, झूठ सच्चाई की तुलना करना। इसमें कितनी है सच्चाई, जवाब दो क्यों मौन हो भाई? कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 35 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *इन्हें भी याद करो* भुला दिया क्यों आज तुमने, ऐसे वीर शहीदों को। सींचकर अपने लहू से, जन्म दिया हम बीजों को। भीमराव चंद्र बोस भगत की, भूल गए क्यों आंधी को। क्यों आज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 52 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *क्या आपको पता है?* टपकता है छप्पर, आशियाना भी टूटा है। जाड़े गर्मी में रहते नंगे पैर, जूता भी टूटा है। अरे इन टूटे आशियानों की तुलना हमसे मत करिए, अरे! साहब खुद को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 43 Share Ravi Prakash 25 Jan 2024 · 1 min read *दासता जीता रहा यह, देश निज को पा गया (मुक्तक)* *दासता जीता रहा यह, देश निज को पा गया (मुक्तक)* _________________________ दासता जीता रहा यह, देश निज को पा गया पॉंच सदियों बाद क्षण फिर, स्वाभिमानी छा गया लौट कर... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · राम 78 Share Ravi Prakash 25 Jan 2024 · 1 min read *पॉंच सदी के बाद देश ने, गौरव का क्षण पाया है (मुक्तक)* *पॉंच सदी के बाद देश ने, गौरव का क्षण पाया है (मुक्तक)* ______________________ पॉंच सदी के बाद देश ने, गौरव का क्षण पाया है पॉंच सदी के बाद अयोध्या, धाम... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · राम 104 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *आदर्शता का पाठ* प्रातः उठो, शौच करो व्यायाम। थोड़ा लो फिर आराम। बुरा न हो पकड़ो कान। मात पिता का कहना मानो, शिष्टाचार की भाषा जानों। अच्छे बुरे को तुम पहचानो। गुरु का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 58 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *वोट की ताकत* पापा माता सुन लो भाई, वोट बनवाओ जाकर ताई। किसान बाबू और हलवाई, सरकार बनेगी वोट से भाई।।१।। हो गई उम्र अट्ठारह अब, वोट हमें बनवाना है। वोट की ताकत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 55 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *ऐसी हो दिवाली* ऐसी न हो दिवाली, जिसमें दीप जले खाली। दीपों के साथ-साथ हृदय हो प्रफुल्लित, गरीबों की भरो थाली, ऐसी हो दिवाली।।१।। रद्द करो पटाखे, इत्यादि का प्रयोग। घर-घर कर लो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 51 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 87 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *देश का दर्द (मणिपुर से आहत)* आंखें सबकी मिची हुई हैं, चारों ओर अंधेरा है। अस्मत इज्जत तार-तार हुई, ऐसा नया सवेरा है। देश में कितनी घटनाएं ऐसी, संख्या गिनना भारी है। न्याय में देरी सजा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 66 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* पुरानी पेंशन हक है मेरा, बुढ़ापे का सहारा है। अपने भी जब साथ छोड़ दें, यही है एक सहारा है। माननीय लेते कई-कई पेंशन। हमारे लिए क्यों नहीं है पेंशन।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · मुक्तक 1 72 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read सायली छंद सायली छंद चाँद 1 मेरे चाँद के टुकड़े टुकड़े कर मुस्कुराता है बेदर्दी। 2 चाँद कल निकला छत जगमग हुआ अमावस भी हैरान। 3 चाँद तुम्हारा चेहरा दोनों एक से... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 41 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read * तुगलकी फरमान* सोच रहा हूं बैठकर, कौन बनाता है यह, अजीबो गरीब तुगलकी फरमान? जिसमें न सहूलियत आम जनता की, न चिंता दुःख दर्द का एहसास, न जमीन से जुड़ी हकीकत, न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 62 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 4 min read *वकीलों की वकीलगिरी* रेप मर्डर चार सौ बीस, जब तक दो इनको फीस। बातें इनकी हवा- हवाई, करते क्या है सुन लो भाई। जमानत तुम्हारी सौ प्रतिशत, बाहर से बाहर होगी। चाहें केस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 83 Share Previous Page 4 Next