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30 Jan 2024 · 1 min read

छलने लगे हैं लोग

देकर यकीन साथ का छलने लगे हैं लोग
लालच की गोद में यहाँ पलने लगे हैं लोग
कहने को आदमी हैं मगर स्वार्थ के लिए
गिरगिट की तरह रंग बदलने लगे हैं लोग

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 29/01/2024

Language: Hindi
43 Views
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