Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2024 · 1 min read

बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है

बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है
हर इक हिंदुस्तानी इसको,अपना शीश झुकाता है
लगे बहुत ही प्यारा इसका,श्वेत- हरा केसरिया रँग
यही तिरंगा हमको अपनी,इक पहचान दिलाता है
डॉ अर्चना गुप्ता
26.01.2024

1 Like · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
सावन और साजन
सावन और साजन
Ram Krishan Rastogi
गीत
गीत
सत्य कुमार प्रेमी
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आखिर क्या कमी है मुझमें......??
आखिर क्या कमी है मुझमें......??
Keshav kishor Kumar
साहित्य का पोस्टमार्टम
साहित्य का पोस्टमार्टम
Shekhar Chandra Mitra
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
Anis Shah
रंग मे रंगोली मे गीत मे बोली
रंग मे रंगोली मे गीत मे बोली
Vindhya Prakash Mishra
निर्बल होती रिश्तो की डोर
निर्बल होती रिश्तो की डोर
Sandeep Pande
रात अज़ब जो स्वप्न था देखा।।
रात अज़ब जो स्वप्न था देखा।।
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
शर्म शर्म आती है मुझे ,
शर्म शर्म आती है मुझे ,
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
3085.*पूर्णिका*
3085.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
पूर्वार्थ
लोग चाहे इश्क़ को दें नाम कोई
लोग चाहे इश्क़ को दें नाम कोई
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
आतंक, आत्मा और बलिदान
आतंक, आत्मा और बलिदान
Suryakant Dwivedi
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
Kumar lalit
"भावुकता का तड़का।
*Author प्रणय प्रभात*
*मैं, तुम और हम*
*मैं, तुम और हम*
sudhir kumar
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
शेखर सिंह
नारायणी
नारायणी
Dhriti Mishra
💐Prodigy Love-28💐
💐Prodigy Love-28💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
अभी बाकी है
अभी बाकी है
Vandna Thakur
No love,only attraction
No love,only attraction
Bidyadhar Mantry
मेरे छिनते घर
मेरे छिनते घर
Anjana banda
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Tarun Singh Pawar
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
Loading...