Posts Tag: मुक्तक 11k posts List Grid Previous Page 2 Next Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read बच्चे ही अच्छे हैं हम कितने भी शरारत कर ले, पर दिल के बहुत सच्चे हैं । इस दुनिया की समझ में , थोड़े अभी हम कच्चे हैं ।। दीदी, अपने भाइयों पर अपना... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 12 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read सुस्वागतम् दोस्तों आप से बात नही होती , तो लगती है जींदगी में आ गयी क्यामत है । जहाॅं हो आप जैसे दोस्तों का साथ , वहाॅं जन्नत ही जन्नत है... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 12 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read अधुरी अल्फाज मोहब्बत के तेरे कहने का अंदाज ये आवाज दे जाती है । तेरी पहली चाहत की अनकही सी राज दे जाती है ।। दोस्त तुझे देखकर अकसर उन हसीनाओं से, एक छोटा... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 12 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read क्रोध कभी क्रोध मत कीजिए हो खुद का विनाश माचिस की तीली को देख लो खुद जलती है पहले वो जlलाती फिर संसार को गुस्सा भी भांति होता है उसके जलाता... Poetry Writing Challenge-3 · Dearstranger · कविता · कोटेशन · क्रोध · मुक्तक 6 13 Share Ravi Prakash 12 May 2024 · 1 min read *वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )* *वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )* _________________________ वंदन करता है जिसका जग, देवी-सम उपकारी है घर परिवार समाज राष्ट्र यह, जिसका अति आभारी है वह जननी... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 14 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read काव्य का राज़ आत्मकथा में कह रहा अपने जीवन का ही राज जीवनी में कह रहा किसी के जीवन का हर राज कर ली यात्रा किसी जगह की शब्दो में लिख डाला यात्रा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · मुक्तक 6 18 Share भरत कुमार सोलंकी 12 May 2024 · 2 min read पास आना तो बहाना था •. पास तो आना-जाना था" मन की बन तू शायरी मन से लिखता हूँ डायरी खास बनकर खामोश मन के पास तेरा तो आना-जाना था। कलम मेरी खुश हो गयी... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 12 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 18 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · मुक्तक 6 11 Share भरत कुमार सोलंकी 11 May 2024 · 1 min read वक़्त का समय 3.5.37 वक्त के दरियों में कुदने की मेरी औकात नही रक्त के दरिया में नहाने की मेरी सोगात लगी निश्छल भाव से किसी गैर के मन में समाया था। रक्त... Hindi · मुक्तक 11 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 May 2024 · 1 min read घटा घनघोर छाई है... घुमड़ आया मचल सावन, घटा घनघोर छाई है। सिहरते झूमते तरु भी, खुशी हर ओर छाई है। करें आगाज खुशियों का, किलक कचनार की कलियाँ, लता ओढ़े चुनर साड़ी, लजीली... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 23 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read सुरमई शाम का उजाला है सुरमई शाम का उजाला है, चाँद छत पर निकलने वाला है चाँद मेरा है देख ले दुनिया, कोई इसमें न दाग़ काला है ©️ डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Hindi · Quote Writer · मुक्तक 23 Share Dr.Pratibha Prakash 7 May 2024 · 1 min read तुम कौन हो ज्ञान शक्ति और विधा, अध्यात्म का आधार हैं पूजा भक्ति पाठ ग्रंथ, हवन यज्ञ मन्त्र सूत्रधार है अंतर्मन में झांक कर, कर रहा चिन्तन सदा ही साधना के पथ पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 2 94 Share भरत कुमार सोलंकी 7 May 2024 · 1 min read "मैं मजाक हूँ " "मैं मजाक हूँ " हालात की चक्की में पीसकर बेरुखी से रूककर आज मैं अपनी ही नजर में मजाक हूँ जिन्दगी का एक लम्हा आज किताबो संग बीता कर खामोशी... Hindi · मुक्तक 19 Share भरत कुमार सोलंकी 6 May 2024 · 1 min read एकांत चाहिए "एकान्त चाहिए" वक्त के आधुनिकीकरण में रहकर अपने दिमागी संताप को भूलने खातिर इस मन को शान्ति खातिर एकान्त चाहिए खाना छोड़ में. नीर के दम पर दिन गिना रहा... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 20 Share भरत कुमार सोलंकी 6 May 2024 · 1 min read "एकान्त चाहिए "एकान्त चाहिए" वक्त के आधुनिकीकरण में रहकर अपने दिमागी संताप को भूलने खातिर इस मन को शान्ति खातिर एकान्त चाहिए खाना छोड़ में. नीर के दम पर दिन गिना रहा... Hindi · मुक्तक 21 Share Nitesh Shah 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक 1) प्रेम रंग से भरी , सर ज़मी चाहिए दर्द को बाँट ले , आदमी चाहिए स्वार्थ की आग में, ये चमन जल रहा आदमी सा कोई , आदमी चाहिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 22 Share Dr.Pratibha Prakash 6 May 2024 · 2 min read नाद अनहद ये नाद अनहद सुन रहा मन चिंतन को आतुर हुआ हुआ क्या है मनुज को आज काहे श्रेष्ठ चातुर हुआ पूजा अर्चन पाठ मंथन मंदिर सब ही अब बिकने लगे... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 3 68 Share भरत कुमार सोलंकी 6 May 2024 · 1 min read मै थक गया " मैं थक गया खामोश मैं अपने पर आकर अपने पन से थक गया खोखला पन मैं खुद पर रखकर अपने हुनर से थक गया ॥ हाळात पर मेरा वश... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 21 Share Dr.Pratibha Prakash 6 May 2024 · 1 min read कल्याण जानिए स्वयं को प्राप्त कीजिए आत्म ज्ञान जो भारत की आत्मा की आधार शिला है कीजिए साधना जानिए शिव शिवत्व सत्य जो सृष्टि के अस्तित्व की आधार शिला है शिव... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 46 Share भरत कुमार सोलंकी 6 May 2024 · 1 min read मै थक गया हु " मैं थक गया खामोश मैं अपने पर आकर अपने पन से थक गया खोखला पन मैं खुद पर रखकर अपने हुनर से थक गया ॥ हाळात पर मेरा वश... Hindi · मुक्तक 13 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक... देह ये अवदान उसका, पुण्य जो तुमने किए हैं। पाप बढ़ता देखकर भी,होंठ क्यों तुमने सिए हैं ? चाँद तारे सूर्य नभ सर, भू नदी पर्वत घटाएँ, हैं अलौकिक नेमतें... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 22 Share Chandrakant Sahu 5 May 2024 · 1 min read जज़्बात-ए-कलम मैं जज़्बात-ए-कलम हूँ,मैं जज़्बात-ए-कलम हूँ, मैं किसानों के माथे का पसीना हूँ जो , बेशकीमती होकर भी बेकदर है, मैं दीवाल की वो ईंट हूँ जो सोचता है , कि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 14 Share Dr Archana Gupta 5 May 2024 · 1 min read हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ लगे है प्रेम की मैं इक कहानी हो गई हूँ उड़ाने भर रही हूँ नित नये सपने संजोकर परी मासूम... Hindi · मुक्तक 4 2 219 Share नवल किशोर सिंह 5 May 2024 · 1 min read *सम्मान* *मुक्तक* जोर-जोर से चिल्लाना भर, शब्दों में कुछ जान नहीं। बिना तथ्य की मिथ्या बातें, संदर्भों का ज्ञान नहीं। बगुला जैसे श्वेत वसन धर,धीर सभा में हंसों की, बैठ रहे... Hindi · Muktak · कविता · मुक्तक 15 Share भरत कुमार सोलंकी 4 May 2024 · 1 min read हुनर से गद्दारी हुनर से गद्दारी " सख्त रवैया आज अपनो का देख, मन मेरा खामोशी में खो गया रख इरादा आज सपनों का , आज पागल पन की पगडंडी पर सो गया।... Hindi · मुक्तक 17 Share Dr Archana Gupta 2 May 2024 · 1 min read मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ उन्हें मैं ढाल कर छंदों में इक संसार बुनती हूँ डुबा देती हूँ खुद को इस कदर मैं भाव गंगा में... Hindi · मुक्तक 3 2 126 Share Dr.Pratibha Prakash 2 May 2024 · 1 min read परम शक्ति शून्य भी मैं, शाश्वत सदा शिव और शक्ति मैं परम यत्र-तत्र-सर्वत्र व्यापक, सर्वज्ञ ब्रह्म मैं ही पार ब्रह्म भूत- वर्तमान -भविष्य भी हूँ, भाव और भक्ति भी मैं ज्ञान भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 2 40 Share surenderpal vaidya 30 Apr 2024 · 1 min read * कष्ट में * ** मुक्तक ** ~~ कष्ट में कोई दिखे लेकिन कदम थम ही न पाएं। मात्र अपने स्वार्थ हित जो जिन्दगी को नित बिताएं। इस धरा पर बोझ बनकर जी रहे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · माधव मालती छंद · मुक्तक 2 1 26 Share Dr Archana Gupta 27 Apr 2024 · 1 min read दो मुक्तक भरा भावनाओं के जल से मन वो गहरा कूप है कहीं दर्द की छांव घनी तो, कहीं खुशी की धूप है कितनी भी हम कोशिश कर लें, सत्य यही है... Hindi · मुक्तक 1 25 Share Rajendra Kushwaha 27 Apr 2024 · 1 min read बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है। इत्र लगे काग़ज के फूल यहाँ लुभाते बहुत है। ये यहाँ के तौर तरीके हैं इन्हे यही भूल कर जाओ, वरना नज़र... Hindi · मुक्तक 1 18 Share भरत कुमार सोलंकी 22 Apr 2024 · 1 min read हिन्दु नववर्ष हिन्दु पंचांग की ही जीत है हिन्दु पंचाग की ही रीत है नमूना नया नववर्ष का नव बेला का नवाचार है सजना सवरना भूल इस वर्ष का कड़वाहट संग मिठा... Hindi · मुक्तक 23 Share भरत कुमार सोलंकी 22 Apr 2024 · 2 min read एहसास विसय एहसास बिधा शायरी दिनांक. 10: 4;2024 सात सुरो की सौगात बन, सरगम की तुम एहसास हो बकसे में रख बकवास किसी का खास बन, झूठे प्रेम की तुम झूठी... Hindi · मुक्तक 23 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * बढ़ेंगे हर कदम * ** मुक्तक ** ~~ यही आधार है सुखमय भरोसा तोड़ मत देना। दिया करना हमेशा साथ राहें मोड़ मत देना। जरूरी है हमें बनना सहारा एक दूजे का। मिलेगी मंजिले... Hindi · भरोसा आस्था · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 27 Share करन ''केसरा'' 16 Apr 2024 · 2 min read भारत के राम भारत की खुशबू हैं राम जन जन की स्पंदन राम तुलसी नानक संत कबीर के शब्दों और भावों में राम। राम नहीं हैं जाति धर्म आडंबर में राम नहीं मिलते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 30 Share डी. के. निवातिया 13 Apr 2024 · 1 min read लिखावट - डी के निवातिया १ २ २ / १ २ २ / १ २ २ / १ २ २ पढ़ा जो उसे तो ये जाना कसम से, लिखावट में दम है खुदा के करम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 36 Share पंकज कुमार कर्ण 12 Apr 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक सुनो हे! जनता , नींद से जागो। मतदान से तू , कभी मत भागो। चुनो , निज सरकार हिंदुस्तानी ; सही बटन दबा,निज वोट दागो। _________________________ स्वरचित; पंकज कर्ण... Hindi · मुक्तक 1 138 Share surenderpal vaidya 11 Apr 2024 · 1 min read * प्यार का जश्न * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ प्यार का जश्न मिलकर मनाएं सभी। गीत मिलकर नया गुनगुनाएं सभी। एक उत्सव बने जिन्दगी का सफर। आपबीती सुखद जब सुनाएं सभी। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ भक्ति रस में... Hindi · मुक्तक · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 32 Share Dinesh Kumar Gangwar 9 Apr 2024 · 1 min read मोहब्बत ***मोहब्बत *** नफरत की इस दुनिया मे मोहब्बत बैसे ही पनप जाती है जैसे कुदरत हमेशा ही फूलो को कांटो मे खिलाती है कोशिशे लाख होती है मोहब्बत को मिटाने... Hindi · मुक्तक 1 1 27 Share Ravi Prakash 9 Apr 2024 · 1 min read *भीड़ से बचकर रहो, एकांत के वासी बनो ( मुक्तक )* *भीड़ से बचकर रहो, एकांत के वासी बनो ( मुक्तक )* ------------------------------------------- भीड़ से बचकर रहो, एकांत के वासी बनो सादगी से यों भरो , जैसे कि संन्यासी बनो जीत... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 32 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Apr 2024 · 1 min read मुक्तक जब तेरी जिंदगी किसी की मुस्कराहट का सबब होने लगे जब तेरे प्रयास से किसी की जिंदगी रोशन होने लगे जब तेरी कोशिश किसी के जीवन को दिशा देने लगे... Hindi · मुक्तक 1 37 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 8 Apr 2024 · 1 min read मुक्तक क्यूँ कर काम से जी चुराते हैं लोग क्यूँ कर नित नए बहाने बनाते हैं लोग क्यूँ कर नहीं करते, अपनी कोशिशों का कारवाँ रोशन क्यूँ कर खुद को बहलाते... Hindi · मुक्तक 1 49 Share surenderpal vaidya 4 Apr 2024 · 1 min read * मिट जाएंगे फासले * ** मुक्तक ** ~~ मिट जाएंगे फासले, करते रहे प्रयास। आज बहुत जो दूर हैं, आ जाएंगे पास। समय बदल जाता यहां, रहता नहीं समान। जीवन हो खुशियों भरा, छोड़ें... Hindi · अंतराल · फासले · मुक्तक 2 43 Share Aman Sinha 2 Apr 2024 · 1 min read पहचाना सा एक चेहरा वर्षों हुए एक बार देखे उसको तब वो पुरे श्रृंगार में होती थी बात बहुत करती थी अपनी गहरी आँखों से शब्द कहने से उसे उलझने तमाम होती थी इमली... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक 38 Share Dr Archana Gupta 1 Apr 2024 · 1 min read मतदान कहता है इकतारा तुन तुन मन की तू आवाज जरा सुन मतदाता अब जाग नींद से चुन अच्छा प्रत्याशी तू चुन मतदाता अब आंखें खोल सोच समझ नेता के बोल... Hindi · मतदान · मुक्तक 1 57 Share Anup kanheri 1 Apr 2024 · 1 min read भारत का अतीत मनै त्रेता में राम देखया, कृष्ण देखया द्वापर में, देखया हरिशचंद्र सतयुग में, कलयुग भी देखन लाग रया। भाई खातिर भाई मरदा देखया, भाई भाई का कत्ल करदा देखया, दोस्ती... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · लेख 35 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 31 Mar 2024 · 1 min read जमाना है मुक्तक कमायें यार सब मिलके, बहाने से कमाना है. रहें सब यार मिलजुल के, जमाने में समाना है. हंसाने गुनगुनाने का, सलीका सीख लो यारों, मनाने औ रुलाने को, यही... Hindi · मुक्तक 44 Share Dinesh Kumar Gangwar 31 Mar 2024 · 1 min read समझ ***समझ*** देख कर बेटी की खिलकारी कुटुम्ब को हुई चिन्ता भारी सुन बेटे की खिलकारी घर में आयीं खुशियां भारी प्रेम स्नेह सब बेटे को अर्पण बेटी से उल्टा लिया... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · मुक्तक 6 2 55 Share कवि दीपक बवेजा 31 Mar 2024 · 1 min read आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो क्यों फिर छोटी-छोटी बातों पर तुम शर्मिंदा हो खुला आसमान खुली हवाएं बैठी अंतर्मन में ज्वाला फिर भी पर ही नहीं... Hindi · कोटेशन · मुक्तक 1 55 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Mar 2024 · 1 min read आईने के सामने आईने के सामने, सच नहीं छुपता जनाब जैंसे हैं आप वैसे, दिखता है साफ-साफ दिल भी तो है एक आईना, पल-पल की खबर है दुनिया से गर छुपा लो, दिल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 37 Share Previous Page 2 Next